कुल्लू: हिमाचल में बीती रात को अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं. लोग सुबह जब सोकर उठे तो उन्हें तबाही का मंजर देखने को मिला. नदी-नालों में सैलाब देखकर लोग सहम गए. खासकर जिन लोगों के घर नदी-नालों के किनारे हैं उन्हें अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित जगहों की ओर जाना पड़ा. हिमाचल में जुलाई महीने तक मानूसन सुस्त रहा. इस बार बरसात के सीजन में पूरे प्रदेश में औसत से कम बारिश दर्ज की गई. अगस्त महीने की शुरुआत होते ही तबाही के इस मंजर ने बीते साल की याद दिला दी.
हिमाचल में तीन जिलों में फटे बादल
कुल्लू, मंडी और शिमला जिले में बादल फटने से 52 लोगों के लापता होने की जानकारी है. वहीं, दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. कुल्लू जिले में तीन जगहों और मंडी और शिमला जिले में एक-एक जगह बादल फटने की जानकारी है.
कुल्लू में अलग-अलग जगहों पर फटे बादल
हिमाचल प्रदेश डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक कुल्लू के निरमंड में देर रात बादल फटने की घटना आई है. यहां 7 लोगों के लापता होने की जानकारी है और 2 पुलों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है. इस हादसे में 11 मकान और 6 दुकानें सैलाब में बह गईं कुल्लू के सैंज में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पार्किंग में खड़ी एक बस पानी में बह गई. कुछ स्थानों पर लोग फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के लिए राहत और बचाव की टीमें लगी हुई हैं. कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बीती रात को बादल फटा है. इसके चलते मलाणा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है. इस दौरान लोग घरों से निकलकर ऊंचाई वाली जगहों पर भागने लगे.
मंडी जिले में दो लोगों की हुई मौत
HPSDMA के मुताबिक मंडी जिले में बीती रात पद्धर तहसील में बादल फटने की घटना सामने आई है. रात के करीब ढाई बजे यहां बादल फटा है. इस दौरान लोग अपने घरों पर सो रहे थे. बादल फटने इस हादसे में दो लोगों के मौत होने की जानकारी है और 9 लोग लापता बताए जा रहे हैं.
शिमला में बादल फटने के बाद तबाही
हिमाचल प्रदेश डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक गुरुवार सुबह शिमला जिले के रामपुर में झाकड़ी हाइड्रो प्रोजेक्ट के पास बादल फटा है. शिमला जिले का झाकड़ी का समेज क्षेत्र इस हादसे से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यहां बादल फटने से आवासीय क्षेत्र से 36 लोग लापता हैं. एनडीआरएफ, होमगार्ड, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत बचाव कार्य में लगी हैं.
उफान पर नदी-नाले
बारिश और बादल फटने की घटनाओं से प्रदेश में नदी-नाले उफान पर हैं. मंडी और कुल्लू जिले में बहने वाली ब्यास नदी और अन्य खड्ड-नाले उफान पर हैं. वहीं, शिमला जिले के रामपुर में बादल फटने से सतलुज नदी भी उफान पर है. मलाणा में बादल फटने से पार्वती नदी में भी फ्लैश फल्ड के कारण बाढ़ की स्थिती बन गई है.
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