मेरठः समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा मठाधीश और माफियाओं को लेकर दिए गए बयान पर राजनीति गरमाती हुई दिखाई दे रही है. सपा मुखिया के बयान को लेकर शनिवार को भाजपाइयों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान जब पुलिस ने रोकने के प्रयास किया तो हंगामा हो गया. पुलिस और भाजपा कार्यकर्तओं में जमकर नोकझोंक और झड़प हुई. भाजपा कार्यकताओं ने कमिशनरी चौराहे से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित ज्ञापन सौंपकर अखिलेश यादव पर कार्रवाई की मांग की.
अखिलेश यादव द्वारा मठाधीश और माफियाओं को लेकर दिए गए बयान पर मेरठ में आज भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने कमिशनरी चौराहे पर अखिलेश यादव का पुतला दहन कर रहे थे. मौके पर भारी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूद थे. पुलिसकर्मियों ने पुतला दहन रोकने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की धक्का-मुक्की हुई. किसी तरह पुलिसकर्मी अखिलेश यादव का भाजपा कार्यकर्ताओं से छीनकर ले गए. इस दौरान भारी गहमागहमी के बीच पुलिस की भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ झड़प भी हुई. जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का रुख किया और वहां पहुंचकर सपा मुखिया के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. भाजपा के महानगर अध्यक्ष ऋतुराज जैन ने कहा कि जिस तरीके का बयान सपा मुखिया के द्वारा दिया गया है, वो सरासर गलत है. क्योंकि जिन महापुरुषों के पैर वह छूते हैं और वो हिंदू समाज में सम्मान का प्रतीक है. उनके खिलाफ सपा मुखिया के द्वारा दिया गया है यह बयान गैर जिम्मेदाराना है.
अखिलेश यादव का पुतला फूंकते समय खुद जल गए भाजपाई
अखिलेश यादव के बयान के विरोध में हरदोई में भाजपा कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन किया. युवा मोर्चा के नेताओं ने प्रदर्शन करने के लिए सिनेमा चौराहे पर अखिलेश यादव के पुतला दहन करने की योजना तैयार की थी. लेकिन भारी पुलिस बल के चलते वे काफी हद तक नाकाम रहे और खुद ही आग की चपेट में आकर झुलस गए. दरअसल पुलिस की छीना छपटी में पुतला टूट गया. जिसके बाद आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जैसे-तैसे उसमें आग लगा ही दी, लेकिन वे खुद ही इस आग की चपेट में आकर झुलस गए. इस घटना के बाद आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने रोड जाम करने का प्रयास भी किया लेकिन भारी पुलिस बल के आगे नाकाम रहे.