बरेलीः किला थाना क्षेत्र के कटघर के मकान में गंगा महारानी का प्राचीन मंदिर से मूर्तियों को खुर्दबुर्द कर चौकीदार के द्वारा कब्जा करने का मामला सामने आया है. शिकायत पर गुरुवार को पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के बयान दर्ज किया और दस्तावेज खंगाले. वहीं, अवैध रूप से रह रहे मुस्लिम परिवार ने मकान खाली करने का भी आश्वासन दिया है. लेकिन मकान में मंदिर होने की बात को इनकार कर रहा है.
किला थाना क्षेत्र के कटघर में रहने वाले राकेश सिंह का आरोप है कि उनके वंशजों ने लगभग 150 वर्ष पहले गंगा महारानी का एक मंदिर बनवाया था. जहां कई देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की और आसपास के लोग आकर पूजा-अर्चना करते थे. इस पुजारी के द्वारा लगभग 50 वर्ष पहले एक कमरे को सरकारी समिति के लिए किराए पर दे दिया था. जिसमें स सहकारी समिति का एक चौकीदार वाजिद अली वहां रहने लगा. राकेश सिंह का आरोप है कि वाजिद अली ने धीरे-धीरे मंदिर के पूरे मकान पर कब्जा कर लिया. मंदिर में रखी मूर्तियों को गायब कर दिया. वहीं, वाजिद अली के बेटे साजिद अली ने बताया कि उसके पिता सहकारी समिति में चौकीदार के पद पर नौकरी करते थे. इसलिए नका परिवार यहां रहता है. साजिद ने कहा कि मकान में कभी मंदिर नहीं रहा ही नहीं. यहां कभी किसी देवी देवताओं की मूर्तियां नहीं थी.