लखनऊ : आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में बीटेक व एमटेक की डुएल डिग्री कोर्स के बाद लगातार दो बार देश की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाले आदित्य श्रीवास्तव सोमवार को लखनऊ पहुंचे. अमौसी एयरपोर्ट पर सिटी मोंटसरी स्कूल की तरफ से उनका भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद स्कूल कैंपस पहुंचे. जहां पर मैनेजर गीता गांधी की ओर से स्वागत किया गया. इस अवसर पर आदित्य श्रीवास्तव ने ईटीवी भारत से अपनी सफलता और उसके पीछे मेहनत के अनुभव साझा किए.
बता दें, 16 अप्रैल को जारी हुए यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) के रिजल्ट में ऑल इंडिया लेवल पर पहली रैंक हासिल कर आदित्य श्रीवास्तव ने पूरे देश में लखनऊ का नाम ऊंचा किया है. आदित्य लखनऊ के ही रहने वाले हैं. बीते साल इसी उन्होंने 236वीं रैंक हासिल की थी. मौजूदा समय आदित्य हैदराबाद में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर रहे थे. साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी की. दूसरे अटेम्प्ट में देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल यूपीएससी को क्रैक किया और ऑल इंडिया लेवल पर अव्वल रहे.
ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सिविल सर्विसेज के पहले अटेम्पट में मेरा सेलेक्शन आईएएस में नहीं हो सका था. दूसरे में सेलेक्शन हो गया और इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस में ऑफिसर बनने का सपना पूरा हो गया. आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद मुझे कॉरपोरेट कंपनी में बड़े अच्छे पैकेज पर नौकरी मिली थी. मुझे अपने देश के लिए कुछ काम करना था, ह्यूमन इंटरेक्शन वाला काम मुझे बहुत पसंद है, लेकिन कॉरपोरेट में रहते हुए यह फुल टाइम कर पाना पॉसिबल नहीं था. इसलिए मैंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की और आज इस मुकाम पर पहुंचा हूं.
ट्रेनिंग के साथ चैलेंज भरी थी तैयारी : आदित्य श्रीवास्तव ने कहा कि बीते साल यूपीएससी में 236वीं रैंक मिलने पर मेरा इंडियन पुलिस सर्विसेज में सलेक्शन हो गया था. मैं मौजूदा समय हैदराबाद में ट्रेनिंग कर रहा था. ट्रेनिंग के साथ ही प्रीलिम्स और मेन्स की तैयारी करना पॉसिबल नहीं लग रहा था, क्योंकि ट्रेनिंग ज्वाइन करते ही क्लाॅज साइन करना होता है कि जब तक आप ट्रेनिंग कर रहे हैं. आप एग्जाम नहीं लिख सकते, लेकिन इंटरव्यू के लिए तैयारी करता रहा. ट्रेनिंग पर जाने से पहले ही प्रीलिम्स का एग्जाम हो गया था. बस मुझे इंटरव्यू की तैयारी करनी थी. जिसके लिए मैंने अपने पिछले अनुभव और थोड़ा सोशल मीडिया का सहारा लिया और मुझे अपने दूसरे अटेम्प्ट में सफलता मिल गई. मैं पहले ही दोनों ही रिटन एग्जाम दे चुका था. इंटरव्यू यूपीएससी की ओर से एक समन की तरह होता है तो वहां जाना अलाउड होता है उसके लिए छुट्टी मिल जाती है.
इंटरेस्ट और स्कोरिंग एबिलिटी के आधार पर अपने ऑप्शंस चुनें : आदित्य श्रीवास्तव ने बताया कि यूपीएससी में फैक्ट्स और डाटा के आधार पर तैयारी करनी होती है. इसलिए मैंने सोचा ऑप्शनल भी थियोरेटिकल नहीं होना चाहिए. साथ ही इस पर भी ध्यान देना चाहिए. ध्यान से देखें कि किस सब्जेक्ट में आप कैसा परफॉर्म कर पा रहे हैं. उसके आधार पर उसका चयन करें आपको ऑप्शनल चुनने से पहले इंट्रेंस प्लस स्कोरिंग एबिलिटी कंसीडर करनी चाहिए.
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