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उत्तराखंड में IFS अफसरों के तबादले पर 26 जून को लगेगी मुहर, CSB के लिए तैयार हुई प्रस्तावित नामों की सूची! - Civil Service Board Meeting - CIVIL SERVICE BOARD MEETING

Civil Service Board Meeting उत्तराखंड में भारतीय वन सेवा से जुड़े अफसरों के तबादले की तैयारी पूरी कर ली गई है. खबर है कि 26 जून को शासन में सिविल सर्विस बोर्ड (CSB) की बैठक होने जा रही है. बैठक में आईएफएस अफसरों के स्थानांतरण पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी. जिन पदों पर तबादले होने हैं, उसको लेकर नामों की सूची भी तैयार की जा चुकी है. अब बस मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सीएसबी की बैठक का इंतजार है.

Civil Service Board Meeting
उत्तराखंड में IFS अफसरों के तबादले पर 26 जून को लगेगी मुहर (FILE PHOTO ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 24, 2024, 8:13 PM IST

देहरादूनः भारतीय वन सेवा से जुड़े अधिकारियों को जिस सिविल सर्विस बोर्ड की बैठक का इंतजार था, वह अब 26 जून को प्रस्तावित की गई है. इस बैठक में डीएफओ (डिवीजन फॉरेस्ट ऑफिसर) से लेकर पीसीसीएफ (प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट) रैंक तक के अफसरों के स्थानांतरण पर चर्चा की जाएगी. यह बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आहुत होनी है. जिसमें प्रमुख सचिव वन से लेकर प्रमुख वन संरक्षक हॉफ भी मौजूद रहेंगे. बोर्ड की बैठक में स्थानांतरण को लेकर जिन अधिकारियों के नाम पर चर्चा होनी है, उनकी प्रस्तावित सूची भी तैयार कर ली गई है.

उत्तराखंड वन विभाग में आईएफएस अधिकारियों के स्थानांतरण काफी समय से प्रत्याशित थे. प्रदेश में महकमे के कई महत्वपूर्ण पदों को लेकर बोर्ड की बैठक में चर्चा की जानी है. राज्य भर में करीब 10 डीएफओ के पदों को भरा जाना है. यह वह पद है जिनमें या तो प्रभारी के तौर पर किसी अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है या फिर अतिरिक्त चार्ज के रूप में फिलहाल व्यवस्था बनाई गई है. ऐसे में सिविल सर्विस बोर्ड की बैठक के दौरान राज्य के कई प्रभागों में डीएफओ पद को लेकर नई तैनाती के लिए विचार होना है. इसके अलावा कुछ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट और चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट के पद भी खाली हैं जिन्हें बोर्ड की बैठक में चर्चा के लिए रखा जा सकता है.

प्रदेश में पीसीसीएफ रैंक पर पदोन्नत होने वाले अधिकारियों को भी नई जिम्मेदारी नहीं मिल पाई है. लिहाजा, इस रैंक के अधिकारियों से जुड़े पदों को लेकर भी निर्णय होना है. पीसीसीएफ वन पंचायत पद पर भी किसी अधिकारी को जिम्मेदारी मिलना बाकी है. हाल ही में एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (APCCF) रैंक पर प्रमोट होने वाले अधिकारियों को भी नई जिम्मेदारी दी जानी है और इस पर भी बोर्ड बैठक में विचार किया जाएगा. इनमें नरेश कुमार और निशांत वर्मा के नाम पर चर्चा संभव है. हालांकि मनोज चंद्रन के खिलाफ जांच गतिमान होने के चलते वह किसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से दूर ही रहेंगे.

इस वक्त उत्तराखंड में भारतीय वन सेवा के अधिकारियों के स्थानांतरण को लेकर चार पदों पर सभी की सबसे ज्यादा नजर रहेगी. इसमें सीसीएफ गढ़वाल, सीसीएफ कुमाऊं, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर और टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर का पद शामिल है.

दरअसल, सीसीएफ गढ़वाल पद पर मौजूद नरेश कुमार अब पदोन्नत होकर एपीसीसीएफ रैंक में पहुंच चुके हैं, जबकि सीसीएफ कुमाऊं के पद पर पीके पात्रों को हाल ही में बिनसर वन्यजीव अभयारण्य में हुए वनाग्नि कांड के कारण हटाया गया है. उधर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से धीरज पांडे को भी किसी दूसरी जिम्मेदारी के मिलने की खबर है. जबकि राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला को भी दूसरी कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की चर्चा बनी हुई है. हालांकि, ये जरूरी नहीं कि इन सभी पदों पर अनिवार्य रुप से बदलाव हो.

ये भी पढ़ेंः तबादला सूची के लिए IFS अफसरों को करना होगा इंतजार, वन महकमे में नई जिम्मेदारी को लेकर आया अपडेट

देहरादूनः भारतीय वन सेवा से जुड़े अधिकारियों को जिस सिविल सर्विस बोर्ड की बैठक का इंतजार था, वह अब 26 जून को प्रस्तावित की गई है. इस बैठक में डीएफओ (डिवीजन फॉरेस्ट ऑफिसर) से लेकर पीसीसीएफ (प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट) रैंक तक के अफसरों के स्थानांतरण पर चर्चा की जाएगी. यह बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आहुत होनी है. जिसमें प्रमुख सचिव वन से लेकर प्रमुख वन संरक्षक हॉफ भी मौजूद रहेंगे. बोर्ड की बैठक में स्थानांतरण को लेकर जिन अधिकारियों के नाम पर चर्चा होनी है, उनकी प्रस्तावित सूची भी तैयार कर ली गई है.

उत्तराखंड वन विभाग में आईएफएस अधिकारियों के स्थानांतरण काफी समय से प्रत्याशित थे. प्रदेश में महकमे के कई महत्वपूर्ण पदों को लेकर बोर्ड की बैठक में चर्चा की जानी है. राज्य भर में करीब 10 डीएफओ के पदों को भरा जाना है. यह वह पद है जिनमें या तो प्रभारी के तौर पर किसी अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है या फिर अतिरिक्त चार्ज के रूप में फिलहाल व्यवस्था बनाई गई है. ऐसे में सिविल सर्विस बोर्ड की बैठक के दौरान राज्य के कई प्रभागों में डीएफओ पद को लेकर नई तैनाती के लिए विचार होना है. इसके अलावा कुछ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट और चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट के पद भी खाली हैं जिन्हें बोर्ड की बैठक में चर्चा के लिए रखा जा सकता है.

प्रदेश में पीसीसीएफ रैंक पर पदोन्नत होने वाले अधिकारियों को भी नई जिम्मेदारी नहीं मिल पाई है. लिहाजा, इस रैंक के अधिकारियों से जुड़े पदों को लेकर भी निर्णय होना है. पीसीसीएफ वन पंचायत पद पर भी किसी अधिकारी को जिम्मेदारी मिलना बाकी है. हाल ही में एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (APCCF) रैंक पर प्रमोट होने वाले अधिकारियों को भी नई जिम्मेदारी दी जानी है और इस पर भी बोर्ड बैठक में विचार किया जाएगा. इनमें नरेश कुमार और निशांत वर्मा के नाम पर चर्चा संभव है. हालांकि मनोज चंद्रन के खिलाफ जांच गतिमान होने के चलते वह किसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से दूर ही रहेंगे.

इस वक्त उत्तराखंड में भारतीय वन सेवा के अधिकारियों के स्थानांतरण को लेकर चार पदों पर सभी की सबसे ज्यादा नजर रहेगी. इसमें सीसीएफ गढ़वाल, सीसीएफ कुमाऊं, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर और टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर का पद शामिल है.

दरअसल, सीसीएफ गढ़वाल पद पर मौजूद नरेश कुमार अब पदोन्नत होकर एपीसीसीएफ रैंक में पहुंच चुके हैं, जबकि सीसीएफ कुमाऊं के पद पर पीके पात्रों को हाल ही में बिनसर वन्यजीव अभयारण्य में हुए वनाग्नि कांड के कारण हटाया गया है. उधर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से धीरज पांडे को भी किसी दूसरी जिम्मेदारी के मिलने की खबर है. जबकि राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला को भी दूसरी कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की चर्चा बनी हुई है. हालांकि, ये जरूरी नहीं कि इन सभी पदों पर अनिवार्य रुप से बदलाव हो.

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