जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय कैंपस में बीते 5 दिन से 11 सूत्री मांगों को लेकर सत्याग्रह कर रहे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कुलपति सचिवालय के बाहर हनुमान चालीसा करते हुए सद्बुद्धि यज्ञ किया. इस दौरान छात्रों से वार्ता करने सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा पहुंचे. छात्रों ने पुलिस प्रशासन की ओर से की गई बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की जानकारी दी.
पुलिस कमिश्नर से करेंगे बात : गोपाल शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का पांचवें दिन जो सत्याग्रह चल रहा है, उसमें भावनात्मक रूप से पूरी तरह साथ हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय में पुलिस प्रशासन का प्रवेश तब तक निषेध है जब तक वाइस चांसलर लिखित में न दें और वहां ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो जाए. यही नहीं छात्रों को निशाने पर लेकर मारना, अपशब्द बोलना ये बर्दाश्त से बाहर है. इस संबंध में राज्यपाल से भी निवेदन करेंगे और पुलिस कमिश्नर से भी बात करेंगे, क्योंकि ऐसी स्थिति उचित नहीं है. आगे ऐसी स्थिति नहीं बनेगी.
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विधायक ने कहा कि पुलिस प्रशासन का यूनिवर्सिटी में आना अपवाद स्वरूप हो सकता है. ऐसा नहीं होता कि नियमित रूप से पुलिस खड़ी रहे और यूनिवर्सिटी गेट पर दंगा नियंत्रण वाली गाड़ी लगा दी जाए. ये कोई दंगा ग्रस्त क्षेत्र है क्या ?. इससे जनता में भी भय खत्म होता है. दंगा नियंत्रण गाड़ियां ऐसी ही खड़ी रहेगी और कभी फिर ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति आ जाए तो इन गाड़ियों का कोई मतलब ही नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि जहां तक ओम महला को डीन और एचओडी पद से हटाने की मांग है, तो विद्यार्थी परिषद कभी भी किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं होता. उन्होंने कहा कि वो विद्यार्थी परिषद के साथ हैं, उन्हें पता होता कि लाठीचार्ज हो रहा है तो उस वक्त भी यहां होते.