भरतपुर: जिले के सेवर केंद्रीय कारागृह में बंद श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपी रोहित राठौड़ ने 23 दिन बाद अपना अनशन समाप्त कर दिया. वह 31 जनवरी से भूख हड़ताल पर था. वह अपनी सुरक्षा का हवाला देते हुए किसी अन्य जेल में स्थानांतरण की मांग कर रहा था. जेल प्रशासन ने लगातार समझाइश की, कई बार अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वह अपनी मांग पर अड़ा रहा. आखिरकार, अधिकारियों की समझाइश के बाद शनिवार को उसे जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया गया.
सेवर जेल अधीक्षक परमजीत सिंह सिद्धू ने बताया कि रोहित राठौड़ सेवर हाई सिक्योरिटी जेल से शिफ्टिंग की मांग को लेकर 31 जनवरी से भूख हड़ताल कर रहा था. जेल प्रशासन ने कई बार उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा रहा. इस दौरान उसकी तबीयत भी बिगड़ने लगी, जिसके चलते उसे कई बार अस्पताल ले जाना पड़ा.
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स्वास्थ्य बिगड़ने पर किया इलाज: रोहित राठौड़ की भूख हड़ताल के कारण उसकी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ा. जेल प्रशासन ने उसकी लगातार चिकित्सा जांच कराई और आवश्यक उपचार की व्यवस्था की. कई बार उसे जेल अस्पताल भेजा गया, लेकिन जब हालत ज्यादा खराब हुई तो उसे जिला आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां भी डॉक्टरों की टीम ने उसका नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया.
लगातार समझाइश के बाद तोड़ा अनशन: जेल प्रशासन और वरिष्ठ अधिकारियों ने रोहित से कई बार बातचीत कर अनशन समाप्त करने का आग्रह किया. अधीक्षक परमजीत सिंह सिद्धू का कहना है कि नियमों के दायरे में रहकर उचित प्रक्रिया के तहत ही उसकी मांगों पर विचार किया जा सकता है. कई दौर की समझाइश के बाद आखिरकार शनिवार को राठौड़ ने अपना अनशन समाप्त कर दिया.