रांचीः सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने एक एनआरआई महिला से 43 लाख रुपए की ठगी करने वाले साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. गिरफ्तार साइबर अपराधी झारखंड के गिरिडीह जिले का रहने वाला है.
एनी डेस्क डाउनलोड कर उड़ा लिए रुपये
पूरा मामला यूएसए की रहने वाली एक एनआरआई महिला से जुड़ा हुआ है. एनआरआई महिला ने डीमैट अकाउंट से संबंधित सहायता के लिए आईसीआईसीआई बैंक के कॉल सेंटर के नंबर पर कॉल किया था. जब कॉल सेंटर में फोन नहीं लगा तब महिला ने गूगल से टोल फ्री नंबर निकाल कर उस पर कॉल किय, लेकिन वह नंबर साइबर अपराधियों का निकला.
साइबर अपराधियों ने एनआरआई महिला को अपने झांसे में लेकर अलग-अलग फर्जी नंबर से फोन किया और सहायता के नाम पर महिला के फोन पर एनीडेस्क इंस्टॉल करवा कर फोन का एक्सेस ले लिया. इतना ही नहीं कई फर्जी एप्लीकेशन डाउनलोड करवा कर महिला के खाते से धीरे-धीरे सहायता के नाम पर 43 लाख रुपये निकाल लिए. ठगी के बाद महिला ने आईसीआईसीआई बैंक में शिकायत दर्ज की थी जिसके बाद बैंक के द्वारा साइबर थाने में इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
गिरिडीह से दिया गया था ठगी को अंजाम
सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच जब मामले की तफ्तीश में जुटी तो यह जानकारी मिली कि ठगी को झारखंड के गिरिडीह जिले से अंजाम दिया गया है. अनुसंधान के क्रम में साइबर क्राइम ब्रांच की टीम जब गिरिडीह पहुंची तो उसे जानकारी मिली कि आरोपी फिलहाल बोकारो में रह रहा है. जिसके बाद बोकारो में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार साइबर अपराधी का नाम राहुल कुमार है. गिरफ्तार साइबर अपराधी के पास से कांड से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार नेशनल साइबर क्राइम रिर्पोटिंग पोर्टल पर भी गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी मामले दर्ज हैं.
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