बस्तर: बस्तर में मसीह समाज ने तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन कर प्रशासन से कई मांगें रखी हैं. इसको लेकर ईसाई समाज के लोगों ने रैली निकाली और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. मसीह समाज ने कहा है कि उन्होंने संवैधानिक अधिकार के तहत विरोध प्रदर्शन किया है. उन्होंने जिला प्रशासन से कब्रिस्तान की मांग की है. समाज का कहना है कि जब हमारे वर्ग के लोगों की मृत्यु होती है तो उनके कफन दफन के लिए विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है.
मसीह समाज ने की कब्रिस्तान की मांग: मसीह समाज ने सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कब्रिस्तान की मांग की है. जिससे जो मसीह समाज के लोगों की मौत होती है तो उनका कफन दफन ठीक तरीके से किया जा सके. कफन दफन के समय होने वाले विवाद की स्थिति से बचा जा सके. ईसाई समाज के लोगों ने जिला प्रशासन से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए ज्ञापन सौंपा है.
जब बस्तर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मसीह समाज के सदस्यों की मृत्यु होती है तो उस दौरान कफन दफन के लिए कब्रस्तान नहीं मिलता है. ऐसी सूरत में विवाद की स्थिति निर्मित होती है. इसीलिए शहरी और हर ग्राम पंचायत में मसीह समाज के लिए कब्रिस्तान दिया जाए. हमारे लोगों की फसल को चुराने का काम किया जाता है. यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होती है तो हम उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे- हारुन दास, सदस्य, मसीह समाज
मसीह समाज के मांगों को आश्वसन देकर टाल दिया जाता है. इस पर मसीह समाज आश्वासन के भरोसे नहीं है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री तक संदेश पहुंचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. हमारी कब्रिस्तान की मांग जायज है. इसलिए सरकार इसे पूरा करे-रोड्रिक सोमा, सचिव, मसीह युवा परिषद
तीन दिनों तक कृषि मंडी में मसीह समाज ने धरना प्रदर्शन किया. उसके बाद रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा गया है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. इसमें कब्रिस्तान बनाने सहित अन्य मांगें शामिल हैं. जिला प्रशासन इन मांगों को आगे पहुंचाएगा- रुपेश मरकाम, तहसीलदार, जगदलपुर
मसीह समाज ने उग्र आंदोलन की बात कही: मसीह समाज ने मांगें पूरी नहीं किए जाने की सूरत में उग्र आंदोलन की बात कही है. उनकी तरफ से जिला प्रशासन को 10 दिनों का समय दिया गया है. इस दौरान अगर मांगें पूरी नहीं होती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.