चित्तौड़गढ़. जिले में भीषण गर्मी जानलेवा बनती जा रही है. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के एक और मजदूर की मौत हो गई . इसके साथ ही पिछले तीन दिन में गर्मी की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से दो मनरेगा श्रमिक थे. हालांकि, कई मामलों में डॉक्टर या स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई थी. विजयपुर पुलिस ने रविवार को शव का पोस्टमार्टम करवाया.
हेड कांस्टेबल हरि सिंह सूचना पर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने बताया कि बड़ी का खेड़ा में मनरेगा के तहत काम चल रहा है, जहां शनिवार को 52 वर्षीय धनपुरी पुत्र फूलपुरी गोस्वामी मजदूरी के लिए गया था. छुट्टी से पहले अचानक धनपुरी का जी घबराया और उल्टी होने लग गई. उसे घर ले जाया गया, लेकिन कुछ समय बाद तबीयत और भी ज्यादा खराब हो गई.
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ऐसे में परिवार के लोग शाम को अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. हेड कांस्टेबल हरि सिंह ने बताया कि पुत्र नरेंद्र पुरी ने रिपोर्ट दी, जिसमें बताया गया कि उसके पिता मनरेगा के काम पर गए थे. वहां उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें घर लाया गया. कुछ समय बाद हालत और खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया जा रहा था कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया. प्रारंभिक तौर पर लू की चपेट में आने से उसकी मौत होना माना गया है. आपको बता दें कि दो दिन पहले मानपुरा में नंदु बाई रैगर की मनरेगा कार्य स्थल से लौटने के दौरान तबियत बिगड़ गई, जिनकी अस्पताल लाने से पहले ही मौ हो गई.