चित्तौड़गढ़. राज्य में चित्तौड़गढ संसदीय क्षेत्र पहला ऐसा क्षेत्र होगा, जिसमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के 15 मतदान केन्द्रों की कमान महिलाएं संभालेगी. महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन की पहल पर यह अभिनव प्रयोग किया गया है. इसका उद्देश्य महिलाओं को चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें सशक्त बनाना है.
जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि जिले में चुनाव आयोग के निर्देशानुसार हर विधानसभा में 8 पिंक बूथ के अलावा 07 अन्य मतदान केंद्र भी महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे. इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा में कुल 15 बूथ महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे. प्रत्येक विधानसभा में 15 महिला मतदान दलों के अलावा 5 रिज़र्व और 2 अतिरिक्त रिजर्व महिला मतदान दलों का भी गठन किया गया है. प्रत्येक मतदान दल में 04 महिलाएं होंगी. इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा में 22 महिला मतदान दलों की 88 महिला कार्मिक एवं जिले में कुल 440 महिलाएं मतदान प्रक्रिया संपन्न करवाएंगी. इन महिला कार्मिकों को प्रथम प्रशिक्षण दिया जा चुका है जिसमें महिला कार्मिकों ने उत्साह के साथ बढ़ चढ़कर भाग लिया।
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सभी दायित्व महिलाओं को मिलेंगे: जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि महिला संचालित मतदान केंद्रों में सभी मतदान दायित्व जैसे कि पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी, सुरक्षा कर्मी, और अन्य सहायक कर्मचारी महिलाएं ही होंगी. यह सभी मतदान केन्द्र शहरी क्षेत्र या उसके आसपास होंगे तथा मतदान की संपूर्ण प्रक्रिया महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा संपन्न कराई जाएगी. इससे महिलाओं को चुनाव प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं में योगदान देने का अवसर मिलेगा. इसके साथ ही प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चुनाव आयोग के निर्देशानुसार एक बूथ दिव्यांग मतदान कार्मिकों के द्वारा संचालित किया जाएगा, जिसमें समस्त कार्मिक दिव्यांग होंगे.