गया: लोकसभा में अपनी सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज करने वाले लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के सुप्रीमो चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है. उनकी गया पार्टी के युवा विंग की पूरी कमेटी ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. लोजपा रामविलास के जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि हम लोग पिछले 10 सालों से लोजपा रामविलास से जुड़े हैं, लेकिन अपनी ही पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं.
'लोजपा आर में नहीं मिल रहा था सम्मान' : लोजपा रामविलास के युवा विंग के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पार्टी में नेताओं-कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दिया जा रहा, बल्कि एक विशेष पक्ष के लिए ही ध्यान दिया जाता है. जबकि चिराग पासवान बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का नारा देते हैं, लेकिन ठीक इसके विपरीत उनकी पार्टी में खास पक्ष की ही सुनी जाती है और टोह ली जाती है. वहीं, जमीन से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को उपेक्षित रखा जाता है.
'कोई हमारी टोह नहीं लेता' : जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा कि बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में मारपीट के एक मामले में चिराग पासवान पहुंचे थे, लेकिन टिकारी में एक की हत्या कर दी गई, लेकिन उसमें लोजपा रामविलास की तरफ से कोई नहीं आया. इसी प्रकार हमारी पार्टी के युवा विंग के नेता की मां की तबीयत खराब थी और एम्स में भर्ती थी, लेकिन उनकी मां के इलाज में कोई मदद नहीं की गई.
"हमें जो महसूस हुआ कि चिराग पासवान जो नारे देते हैं, लेकिन बिहार में ही उनके नेता कार्यकर्ता उपेक्षित हैं. पार्टी में प्रदेश स्तर पर कोई टोह नहीं ली जाती है. एक खास पक्ष के लिए ही काम किया जाता है. यही वजह है, कि हम लोग खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे और आखिरकार अब गया जिला युवा रामविलास की विंग ने पूरी तरह से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है." -मुकेश कुमार, अध्यक्ष, गया जिला युवा लोजपा
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