नई दिल्ली: शाहदरा जिला की साइबर पुलिस ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की साइबर ठगी करने वाले चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है. आरोपी फेंग चिनजिन ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को जाल में फंसाता था. आरोपी के पास से ठगी में इस्तेमाल मोबाइल बरामद हुआ है.
शाहदरा जिला के डीसीपी प्रशांत गौतम ने क्या बतया : सुरेश कोलीचियिल अच्युतन ने 24 जुलाई 2024 को साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसे शेयर बाजार के फर्जी ट्रैनिंग में फंसाया गया और बाद में कई लेन-देन में 43.5 लाख रुपये का निवेश करने के लिए धोखा दिया गया.
ये भी पढ़ें:
कई बैंक खातों में ट्रांसफर: मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, एसएचओ/साइबर इंस्पेक्टर मनीष कुमार के मार्गदर्शन और एसीपी/ऑप्स गुरदेव सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर राजीव, एचसी सज्जन कुमार और एचसी जावेद से मिलकर एक विशेष टीम का गठन किया गया ताकि आरोपियों को पकड़ा जा सके. इन निवेशों को धोखेबाजों ने कई कई बैंक खातों में ट्रांसफर करवाया था. जांच के दौरान टीम ने उन बैंक खातों का विवरण प्राप्त किया गया, जिनमें ठगी की गई राशि ट्रांसफर की गई थी और संदिग्ध मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल का विश्लेषण किया गया. साभी संदिग्ध व्यक्तियों से जुड़े बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के संदर्भ में गहन जांच की गई. तकनीकी विश्लेषण और टीम क प्रयासों से धोखाधड़ी से जुड़े लिंक का पता चला.
महा लक्ष्मी ट्रेडर्स के बैंक खाते में धनराशि: टीम ने दिल्ली के मुंडका में स्थित महा लक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम के एक बैंक खाते में धनराशि का पता लगाया. यह खाता धोखाधड़ी वाले लेन-देन से जुड़ा पाया गया, जिसमें 24 अप्रैल 2024 को 1.25 लाख रुपये का एक हस्तांतरण किया गया था. आगे की जांच से टीम को एक पंजीकृत मोबाइल फोन मिला, जो टीम को फेंग चेनजिन तक ले गया. दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में रहने वाले एक चीनी नागरिक फेंग चेनजिन को उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन और व्हाट्सएप चैट लॉग सहित सबूत बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया.
उसके और एक सहयोगी के बीच व्हाट्सएप पर हुई बातचीत से स्पष्ट रूप से पता चला कि वह घोटाले में इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर को रिचार्ज करने सहित धोखाधड़ी की गतिविधियों को निर्देशित कर रहा था. मामले की आगे की जांच जारी है. आगे की जांच में पता चला कि फैंग चेनजिन आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े दो अन्य महत्वपूर्ण धोखाधड़ी मामलों से जुड़ा हुआ है. साइबर क्राइम पोर्टल पर 17 आपराधिक शिकायतें भी दर्ज हैं, जो सभी एक ही फिनकेयर बैंक खाते से जुड़ी हैं, जिसमें कुल धोखाधड़ी की गई राशि 100 करोड़ रुपये से अधिक है.
ये भी पढ़ें: