धमतरी: धमतरी के बाल गृह के बच्चे शनिवार को अचानक सड़क पर उतर गए और जमकर नारेबाजी करने लगे. छोटे-छोटे बच्चे नारे लगाकर संस्था के संचालक पर शोषण करने का आरोप लगा रहे थे. प्रदर्शन के दौरान सड़क पर काफी भीड़ देखने को मिली. यातायात भी प्रभावित हो गया.
बच्चों ने लगाया संचालक पर आरोप: बच्चों का आरोप है कि संस्था के संचालक उन्हें घटिया स्तर का खाना दे रहे हैं. खाने में कीड़ा मिलता है. बच्चों द्वारा प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. सबसे पहले पुलिस ने बच्चों को समझाकर वापस संस्था में भेजा. साथ ही जांच का आश्वासन दिया. इधर, बच्चों के प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद महिला बाल विकास विभाग भी हरकत में आया. अधिकारी संस्था में पहुंचे और पूरे मामले की जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया.
सड़क पर क्यों प्रदर्शन करने लगे बच्चे: दरअसल, यह एक निजी एनजीओ द्वारा संचालित संस्था है, जहां फिलहाल 23 बच्चे रहते हैं. यहां ऐसे बच्चों को रखा जाता है, जो या तो अनाथ है या जिनके माता-पिता उन्हें उनका लालन पालन नहीं कर पाते हैं. शनिवार को ये बच्चे अचानक सड़क पर उतर आए. सड़क के बीचो बीच पत्थर डालकर खड़े हो गए. इसके साथ ही ये संचालक के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. संस्था के एक छात्रा ने बताया कि, "इस संस्था में शुरू से ही बच्चों का शोषण किया जा रहा है. बच्चों का जो भी सामान आता है या दान में मिलता है उसे संचालक अपने घर ले जाते हैं. खाना सही नहीं मिलता है. शनिवार सुबह नाश्ता में पोहा दिया गया था, उसमें कॉकरोच निकला. शिकायत करने पर जबरन खाने को कहा गया. शिकायत करने पर वह ट्रांसफर करने की धमकी देते हैं.
जानकारी मिलते ही जांच के लिए पहुंचे हैं. दोषी होने पर कार्रवाई की जाएगी. कर्मचारी और संस्था के बीच पुराना विवाद चल रहा है. कर्मचारियों की शिकायत पर डिप्टी कलेक्टर द्वारा जांच की जा रही है. यहां 23 बच्चे हैं. प्रतिज्ञा विकास संस्था द्वारा यह संचालित है. सालाना 30 लाख रुपया यहां अनुदान दिया जाता है.-आनंद पाठक, बाल संरक्षण अधिकारी
बता दें कि जिले के रत्नाबांधा रोड पर ये बाल गृह स्थित है. यही कारण है कि जब बच्चे सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतरे तक काफी देर तक सड़क पर जाम देखने को मिला. हालांकि पुलिस की समझाइश और आश्वासन के बाद बच्चों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया.