कांकेर: पूरे छत्तीसगढ़ में बुधवार को बसंत पंचमी के साथ ही मातृ-पितृ दिवस मनाया गया. इस मौके पर कांकेर के स्कूलों में बच्चों ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. दरअसल, बसंत पंचमी के मौके पर जिले के सभी स्कूलों में सरस्वती पूजा बड़े धूमधाम से मनाया गया. सभी बच्चों ने माता सरस्वती का वंदन कर ज्ञान का वरदान मांगा. इस दौरान कई बच्चों ने मां सरस्वती के लिए गीत भी गाया. साथ ही बच्चों ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
स्कूलों में मनाया गया मातृ-पितृ दिवस: इसके साथ ही कांकेर में 14 फरवरी को स्कूलों में मातृ पितृ दिवस का आयोजन किया गया. बच्चों के माता-पिता को विद्यालय में आमंत्रित कर उनके बच्चों के द्वारा माता-पिता का आदर वंदन करते हुए, उन्हें तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी गई. बच्चों ने अपने माता-पिता का चरण स्पर्श भी किया. स्कूल के प्राचार्य रश्मि रजक की ओर से बच्चों के जीवन में माता-पिता की भूमिका और उनकी हमारे जीवन में महत्व को भी बताया. इस दौरान अधिक संख्या में पालकों ने स्कूल आकर अपने बच्चों को आशीर्वाद दिया.
पुलवामा शहीदो को दी श्रद्धांजलि: मिडिल स्कूल के बच्चों के लिए पुलवामा में शहीद हुए भारतीय अमर अमर शहीद जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई. प्राइमरी और मिडिल क्लास के बच्चों ने लेख और विभिन्न चित्रों के माध्यम से वीर शहीदों की वीरता को प्रदर्शित किया. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 11 फरवरी को जशपुर दौरे पर थे. इस दौरान सीएम साय कुनकुरी विकासखण्ड के ग्राम कंडोरा में आयोजित मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां सीएम साय ने छत्तीसगढ़ में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप मनाने का ऐलान किया था. यही कारण है कि सीएम साय के आह्वान के बाद पूरे प्रदेश में बुधवार को मातृ पितृ दिवस मनाया गया.