बालोद : छत्तीसगढ़ के बालोद में सरकारी स्कूल के छत का प्लास्टर गिरने से 4 बच्चों को गंभीर चोट आई है. इस घटना के बाद से ही गांव में आक्रोश का माहौल है.स्कूल प्रशासन ने घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचाकर उनका इलाज करवाया. वहीं घटना के बाद शिक्षा विभाग समन्वयक प्राथमिक शाला निरीक्षण करने पहुंचे. जहां उन्होंने शिक्षकों को फटकार लगाई और कहा कि जब एक सुव्यवस्थित कमरा बनकर तैयार है तो फिर उस कक्षा में बच्चों की क्लास क्यों नहीं ली जा रही है.
कहां का है मामला : स्कूल छत का प्लास्टर गिरने का पूरा मामला प्राथमिक शाला कोरगुड़ा का है.घटना में घायल सभी बच्चे कक्षा पांचवीं के बताए जा रहे हैं. वहीं पालक भी मौके पर पहुंचे.सभी पालकों का आरोप है कि व्यवस्थित कमरा रहते हुए भी इस तरह जर्जर कमरों में बच्चों को बैठाया गया था. घटना में घायल बच्चों को तत्काल इमरजेंसी में अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है.
''चार बच्चे आए हैं जिनको छोटे आई हैं. सभी की स्थिति अभी सामान्य है. सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. किसी भी बच्चे को हायर सेंटर रेफर करने की कोई जरूरत नहीं है. जिला अस्पताल में सभी स्कूली छात्राओं का इलाज किया जा रहा है.'' आरके श्रीमाली, सिविल सर्जन
कमरे में लगाया ताला : प्लास्टर गिरने की घटना के बाद शिक्षकों द्वारा यहां पर घटना घटित हुए कमरे में ताला लगा दिया गया है. लेकिन जिस कमरे में पहले ही ताला लगा देना चाहिए था,उसमें ताला ना लगाकर बच्चों की क्लास लगवाना इस ओर इशारा कर रहा है कि स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को बच्चों की जान से कोई लेना देना नहीं था.
वहीं घटना की जानकारी के बाद क्षेत्रीय विधायक अनिला भेड़िया घायल बच्चों की स्थिति देखने पहुंची. इस दौरान जिला अस्पताल को बच्चों के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों को विधायक ने जरुरी दिशा निर्देश दिए. वहीं स्कूल की मरम्मत करने वाले लापरवाह ठेकेदार पर कार्रवाई की बात कही है.