रांची: 12 मई के अहले सुबह रांची रेलवे स्टेशन से बच्चा चोरों ने 9 महीने के शुभम कुमार को गायब कर दिया था. वह अपने माता पिता के साथ था जो दूसरे ट्रेन के इंतजार में वहीं पर सो गए थे. बच्चे के गायब होने की सूचना मिलते ही रांची रेलवे स्टेशन की पुलिस के साथ-साथ चुटिया थाना पुलिस एक्टिव हो गई.
पुलिस के द्वारा त्वरित संज्ञान लेने के बाद करीब 5 दिनों की लंबी मशक्कत करते हुए पुलिस ने अपराधियों को अपने शिकंजे में ले ही लिया है. बच्चा चोरी होने के बाद रांची रेलवे स्टेशन की पुलिस और रांची चुटिया थाना की पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. आसपास के राज्यों के पुलिस से भी संपर्क बनाकर बच्चे की जानकारी लेने में जुटी हुई थी. लगातार छापेमारी के दौरान पुलिस को यह पता चला कि कटक में कुछ बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हैं और वह बिहार-झारखंड और बंगाल जैसे राज्यों से बच्चा चोरी करते हैं.
रांची और ओडिशा पुलिस के द्वारा की गई छापेमारी में मिले अपराधियों से जब कड़ी पूछताछ की गई तो उसने कबूल कर लिया कि रांची स्टेशन से 12 मई को चुराए गए बच्चे को वे ओडिशा के खुर्दा में बेच चुके हैं. कटक में पूछताछ करने के बाद पुलिस अपराधियों के बयान के अनुसार खुर्दा गई, जहां पर उन्होंने 9 महीने के शुभम कुमार को बरामद कर लिया.
बच्चे के मिलने की जानकारी मिलते ही शुभम के माता-पिता ओडिशा के लिए रवाना हो गए. शुभम के पिता प्रदीप लोहरा ने बताया कि पुलिस ने जैसे ही उन्हें यह जानकारी दी कि उनका बच्चा बरामद हो गया है तो उनके और उनकी पत्नी मीना देवी के आंखों में उम्मीद की किरण जग गई. पीड़ित पिता प्रदीप लोहरा ने बताया कि ओडिशा पुलिस ने उन्हें स्टेशन पर रुकने के लिए कहा है देर शाम तक बच्चा उनके हवाले कर दिया जाएगा.
गौरतलब है कि रांची के रेलवे स्टेशन पर बच्चा चोरी होने का मामला संज्ञान में आते ही बच्चा चोर की पकड़ धकड़ के लिए रांची पुलिस ने अपने सारे स्पाई को काम पर लगा दिया था. जिसके बाद करीब 5 दिनों तक लगातार खोजबीन के बाद बच्चा को बरामद किया जा सका. वहीं पकड़े गए अपराधियों को कोर्ट में पेश कर उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा और उनसे कड़ी पूछताछ की जाएगी कि आखिर उसके गैंग ने और कहां-कहां से बच्चे की चोरी की है.
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