भोपाल। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने शुक्रवार को अपने अधीनस्थ अफसरों की बैठक ली. बैठक में प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया ने अपना विजन और वर्किंग को लेकर अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया. उन्होने नौकरशाही को एक नई दिशा देते हुए कहा "सर्वज्ञानी बनने से बचें और पर्ची फाइल के दौर से बाहर आएं." बता दें कि इससे परले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नए मुख्य सचिव अनुराग जैन के साथ लोक निर्माण विभाग की नई परियोजनाओं को लेकर मंत्रालय में अहम बैठक भी ली.
वर्किंग स्टाइल में सुधार करना होगा
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने ये पूरी तरह से जाहिर कर दिया कि अफसरों को अपनी वर्किंग में क्या बदलाव करने होंगे. अनुराग जैन ने अफसरों से कहा "अब फाइल और पर्ची के जमाने लद गए हैं. अफसर अब टेक्नोफ्रेंडली बनें. अफसरों का पूरा जोर कार्डिनेशन पर होना चाहिए. रिजल्ट ओरिएटेंडे वर्किंग होनी चाहिए कि जो प्रपोजल आप लाए हैं, उसके बेनिफिट मालूम हों. टेक्नीक का बेहतर से बेहतर इस्तेमाल करके अफसर खुद को समय के साथ अपग्रेड करें." उन्होने सलाह भी दी कि भारत सरकार के अफसरों से अच्छा संपर्क और समन्वय होना चाहिए.
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खुद को सर्वज्ञानी समझने की भूल न करें
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने अधिकारियों को समझाइश भी दी है "हमेशा खुद को पूर्ण जानकार समझने के भाव से बचें. जो अलग-अलग क्षेत्रों के लोग आ रहे हैं, वे भी जानकारियों से लैस होते हैं. उनके अनुभव से हमें सीखना चाहिए. उनसे कार्डिनेशन करना चाहिए." अनुराग जैन ने कागज दौड़ाने से ज्यादा संवाद पर जोर दिया. उन्होने कहा कि जरूरी ये है कि अधिकारियों का बेहतर संवाद हो. एक दूसरे से हर विषय में कागज चलाने से बेहतर है एक दूसरे से सुलभ संवाद हो.