लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में कहा कि पिछड़े वर्ग का समाज में बजरंगबली की ताकत है. आप छद्म सेक्युलरों की लंका में आग लगा दीजिए. विश्वेश्वरैया हाल में आयोजित पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक का उद्घाटन सुबह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने किया.
सीएम योगी सोमवार को भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में वर्ष 2015-2016 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा की आयोग की भर्ती में 86 में से 56 एसडीएम एक ही जाति विशेष के चयनित हुए थे. यह ओबीसी समाज के हितों पर कुठाराघात था. सीएम योगी ने कहा कि बेसिक शिक्षा की 69 हजार भर्ती पर प्रश्न खड़ा करने वाले लोग समाजवादी पार्टी के वही मोहरें हैं, जिन्होंने 86 में से 56 एक ही परिवार और एक ही समाज के लोगों को भर्ती किया था. हमारी सरकार में बेसिक शिक्षा में एक लाख 25 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई. 69 हजार भर्ती में अगर 27 प्रतिशत आरक्षण की बात जाए तो 18 हजार 200 ओबीसी शिक्षकों की भर्ती होती, लेकिन ओबीसी समाज के 31 हजार 500 शिक्षकों की भर्ती हुई.
सीएम योगी ने कहा कि विपक्षी दलों को इस बात की चिंता है कि ओबीसी समाज के युवा अपने बुद्धि और विवेक के बल पर कैसे इतनी अधिक सीटें प्राप्त कर ले रहे हैं. इसलिए वह भर्ती को विवादित करने की साजिश रचते हैं. उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकार में कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया था. कांवड़ यात्रा केवल शिव भक्तों का मंगलगान ही नहीं है, बल्कि इसके साथ रोजगार भी जुड़ा हुआ है. कांवड़ यात्रा से छोटे दुकानदारों और हस्तशिल्पियों का रोजगार भी मिलता है. सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में 60 और सपा ने चार-चार बार शासन किया, लेकिन इन दलों की सरकारों ने ओडीओपी के लिए कुछ नहीं किया. ओडीओपी से जुड़े हुए हस्तशिलपी ओबीसी समाज से आते हैं.
सीएम योगी ने कहा कि 2006 में भारतीय जनता पार्टी के विधायक कृष्णानंद राय की हत्या हुई थी. उस हत्याकांड में कृष्णानंद राय के साथ मरने वाले उमेश पटेल और रमेश यादव भी थे. क्या वे ओबीसी समाज से नहीं थे? राजू पाल और उमेश पाल की प्रयागराज में जिस माफिया ने हत्या की थी, उस माफिया को गले से किसने लगाया था, इसे सब जानते हैं. सपा ने माफिया को गले से लगाकर प्रदेश को अराजकता, गुंडागर्दी और दंगों की आग में झोंकने का कार्य किया था.
सीएम योगी ने कहा कि जिन लोगों ने ओबीसी समाज की नौकरियों में डकैती डाली, जिन लोगों ने युवाओं का रोजगार छीना और जिन लोगों प्रदेश के सामने पहचान का संकट खड़ा किया, वे लोग आज वह समाज में फूट डालो और राज करो की राजनीति कर रहे हैं. सपा ने ओबीसी समाज के लोगों का रोजगार छीना. वहीं भाजपा ने इस समाज के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया. उत्तर प्रदेश सरकार किसानों और बटाईदारों को मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा के तहत पांच लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध करा रही है.
सीएम योगी ने कहा कि जब समाज विभाजित था, तब अयोध्या में प्रभु श्रीराम, मथुरा में भगवान कृष्ण और काशी में महादेव का मंदिर अपवित्र हुआ. ओबीसी समाज सबसे अधिक गो सेवा करता था. उनसे गायों को छीनकर कसाइयों के हवाले किया जाने लगा, गोकशी होने लगी. आपकी आस्था के साथ खिलवाड़ होने लगा. विपक्षी दल अयोध्या, मथुरा, काशी, कांवड़ यात्रा, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, होली, दीपावली, पर्व त्योहार, दंगों और माफियाराज पर बात नहीं करेंगे.
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