पटना : बिहार में सरकार बदलती ही चार आयोग को भंग कर दिया गया. जिसमें महादलित आयोग अनुसूचित जाति जनजाति आयोग पिछड़ा आयोग और अति पिछड़ा आयोग सम्मिलित है. इसको लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि सरकार बदलते ही इस तरह का काम करना कहीं से भी ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब और असंवैधानिक काम करने लगे हैं जो फैसला उन्होंने आयोग भंग करके लिया है. निश्चित तौर पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
"बिहार में राष्ट्रीय जनता दल भी एक मजबूत पार्टी है. कुछ सीटों से हम लोग कम है तो निश्चित तौर पर विपक्ष की भूमिका में हम लोग इन सब बातों को लेकर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं और यह लड़ाई सदन से लेकर सड़क तक होगा. शिक्षकों को लेकर जो निर्णय लिए गए हैं. खास करके नियोजित शिक्षक को लेकर जो निर्णय लेने की बात आज सरकार कर रही है. वह कहीं से उचित नहीं है. हमारे नेता तेजस्वी यादव लगातार शिक्षकों के हक की लड़ाई लड़ते हैं."- मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता, आरजेडी
'शिक्षकों के हक की लड़ेंगे लड़ाई' : मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पहले भी उन्होंने लड़ाई लड़ी है और इस बार इस तरह की बात सामने आ रही है. निश्चित तौर पर नियोजित शिक्षक के हक की लड़ाई लड़ने का काम हम लोग करेंगे. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि खेला होगा तो अब आगे आगे देखते रहिए बिहार में क्या कुछ होने वाला है. निश्चित तौर खेला तो होना तय है. उसमें जितना भी समय लगे.
बिहार में खेला होने का दावा : हमने जब उनसे सवाल किया गया कि किस तरह के खेल की आप बात कर रहे हैं तो बोले कि यह बात सब लोग जानता है कि किस खेल की बात हम कर रहे हैं और समय आने पर सब कुछ सामने आ जाएगा. आपको बता दें कि सरकार को 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट देना है और उससे पहले राष्ट्रीय जनता दल के नेता लगातार इस बात का संकेत दे रहे हैं दावा कर रहे हैं कि खेला होगा.
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