पूर्वी सिंहभूम/ घाटशिला: मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित बुरुडीह डैम का अवलोकन किया. मौके पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार राज्य के कई नए पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड प्रकृतिक सुंदरता के दृष्टिकोण से एक बहुत ही आकर्षक राज्य है. यहां पर्यटन की प्रबल संभावनाएं हैं यही कारण है कि हमारी सरकार राज्य में चिन्हित कई धार्मिक, आध्यात्मिक स्थलों सहित पहाड़, डैम, फॉल आदि आकर्षक जगहों को विकसित करने के उद्देश्य से कार्य योजना बना रही है.
बुरुडीह डैम का पानी आस-पास क्षेत्र के किसान वर्ग को उपलब्ध कराएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड आंदोलन के समय ही व्यक्तिगत रूप से मैं जंगल से घिरे हुए इस ऐतिहासिक बुरुडीह डैम की खूबसूरती से परिचित हूं, इस डैम का सर्वांगीण विकास हो, यह पहले से ही मेरे मन में था. इस डैम का पानी बुरुडीह आस-पास क्षेत्र के किसान वर्ग को मिले इसी उद्देश्य से हमारी सरकार आगे बढ़ रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर सेक्टर में विकास की एक लम्बी लकीर खींचने के लिए निरंतर प्रयासरत है.
बुरुडीह डैम में पर्यटन को बढ़ावा देने वाले सभी मूलभूत व्यवस्थाएं उपलब्ध होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुरुडीह डैम का सौंदर्यीकरण कार्य सहित राष्ट्रीय स्तरीय पर्यटन के सभी जरूरी व्यवस्थाओं को एक निश्चित समय सीमा के अंदर पूरा करना सुनिश्चित यह राज्य सरकार का लक्ष्य है. यहां गेस्ट हाउस, खेल मैदान, पार्क निर्माण इत्यादि सभी कार्य प्राथमिकता के तौर पर किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों से लोग इस पर्यटन स्थल में आकर यहां की खूबसूरती का आनंद ले सकें, इस निमित्त डैम को कनेक्ट करने वाला सड़क सहित बिजली, पानी और पर्यटकों के ठहरने की पूरी सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बुरुडीह डैम को विकसित कर घाटशिला क्षेत्र को एक नई पहचान देनी है. मौके पर मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण किया तथा पेड़ों में रक्षासूत्र बांधकर वृक्ष को संरक्षित करने का संदेश भी दिया.
अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने अवलोकन के दौरान अधिकारियों से राज्य सरकार द्वारा बुरुडीह डैम में किए जाने वाले कार्य योजना की विस्तृत जानकारी ली. मौके पर मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग, वन विभाग और पूर्वी सिंहभूम जिला के अधिकारियों को बेहतर तालमेल और समन्वय बनाकर बुरुडीह डैम के विकास कार्य को निश्चित समय सीमा के अंतर्गत मूर्त रूप देने का निर्देश दिया.
इस अवसर पर घाटशिला विधायक रामदास सोरेन, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, वरीय पुलिस अधीक्षक जमशेदपुर किशोर कौशल सहित संबंधित विभाग के वरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने मऊभंडार, घाटशिला में आयोजित कार्यक्रम में 2141विकास योजनाओं की दी सौगात, 20484 लाभुकों के बीच लगभग 71 करोड़ 63 लाख रुपए की बांटी परिसंपत्तियां.
◆ मुख्यमंत्री ने कहा- सभी के सहयोग और भागीदारी से राज्य की बदलेंगे तस्वीर और तकदीर
◆मुख्यमंत्री ने कहा- लोगों को आगे बढ़ने के लिए के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर देने का प्रयास जारी
●राज्य को संवारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
●विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के जरिए हर वर्ग एवं तबके को बना रहे सशक्त
●आपकी भावनाओं, उम्मीदों और आकांक्षाओ के अनुरूप झारखंड का कर रहे नवनिर्माण
सीएम चम्पाई सोरेन ने कहा झारखंड को संवारना है. इस राज्य को नई दिशा देना है. समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को आगे बढ़ाना है. इसी प्रतिबद्धता के साथ हमारी सरकार हर मोर्चे पर काम कर रही है. मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला स्थित मऊभंडार में आयोजित विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास एवं लाभुकों के बीच परिसंपत्ति वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी के सहयोग और भागीदारी से झारखंड को अव्वल राज्य बनाएंगे.
राज्य की जनता को देने जा रहे हैं कई नई योजनाओं की सौगात
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनता को हमारी सरकार कई नई सौगात देने जा रही है. अब बिजली उपभोक्ताओं को 200 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगा. वहीं, 25 वर्ष से अधिक एवं 50 वर्ष से कम उम्र की बहनों और बेटियों को सरकार आर्थिक सहायता देने जा रही है. किसानों के दो लाख रुपए तक का कृषि लोन माफ करने का भी निर्णय सरकार ने लिया है. इन योजनाओं के जरिए राज्य की जनता को आगे बढ़ाने और सशक्त बनाने का प्रयास हो रहा है.
विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बीच विकास को दे रहे गति
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के साढ़े चार वर्ष हो चुके हैं. आप इस बात से वाकिफ हैं कि सरकार गठन के साथ कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से सामना करना पड़ा. ऐसे हालत में भी हमारी सरकार ने जीवन और जीविका के लिए बेहतरीन कार्य किया. इसके बाद जब विकास को गति गति देने की शुरुआत हुई तो कई विपरीत परिस्थितियां आ खड़ी हुई. लेकिन, इन तमाम चुनौतियों से निपटते हुए हम विकास को लगातार गति देने का काम कर रहे हैं .
गरीबों के पक्का मकान होने के सपने को कर रहे सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने दम पर अबुआ आवास योजना के तहत 20 लाख गरीबों और जरूरतमंदों को पक्का मकान उपलब्ध करा रही है. हमारी सरकार का संकल्प है कि इस राज्य में कोई भी व्यक्ति मिट्टी का कच्चा घर या झुग्गी झोपड़ी पर रहने को मजबूर नही रहे. सबके पास अपना पक्का मकान हो यह राज्य सरकार का लक्ष्य है.
यह आपकी सरकार है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आपकी सरकार है. ऐसे में आपकी भावनाओं, उम्मीदों और आकांक्षाओ को पूरा करने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में "आपकी योजना -आपकी सरकार -आपके द्वार" कार्यक्रम के जरिए सरकार आपके दरवाजे पर पहुंचकर आपकी समस्याओं का समाधान करने के साथ कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया. यह कार्यक्रम आगे भी चलाया जाएगा, क्योंकि जनता से जुड़कर हम राज्य को नई पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
राज्य के आधारभूत संरचना के साथ हर सेक्टर का कर रहे सर्वांगीण विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आधारभूत संरचनाओं को मजबूत बना रहे हैं. लगभग 15 हज़ार किलोमीटर लंबी सड़के बना रही हैं . वहीं सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार समेत सभी सभी सेक्टर की व्यवस्था को मजबूत बनाने का काम हो रहा है. लोगों को आगे बढ़ने के लिए के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर देने का प्रयास जारी है. खेतों में सालों भर पानी रहे, इसके लिए सिंचाई परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है. राज्य में स्थित निजी क्षेत्र की कंपनियों में स्थानीय को नौकरी देने का कानून सरकार ने बनाया है. अब अभियान चलाकर यहां के युवाओं को निजी संस्थानों में नौकरी दिलाई जाएगी. शिक्षा व्यवस्था को उत्कृष्ट बना रहे हैं. यहां के गरीब बच्चे भी इंजीनियर डॉक्टर और अफसर बनें, इसके लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना समेत कई और योजनाएं चल रही है. इन तमाम योजनाओं के माध्यम से यहां के आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, गरीब, मजदूर, बुजुर्ग, दिव्यांग, महिला, युवा हर किसी को सशक्त करने का प्रयास निरंतर जारी है.
राज्य के पिछड़ापन को दूर करने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड प्राकृतिक और खनिज संसाधनों के मामले में काफी धनी है. यहां कोयला, तांबा, लोहा, सोना और यूरेनियम समेत कई खनिज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, लेकिन अफसोस इस बात का है कि इस राज्य की गिनती देश के पिछड़े राज्यों में होती है . यहां के लोग गरीबी और अभाव की जिंदगी जीने को मजबूर हैं. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आदिवासियों-मूलवासियों ने झारखंड अलग राज्य के लिए लंबा संघर्ष किया था. अलग राज्य की लड़ाई में कई आंदोलनकारी शहीद हुए थे. लेकिन अलग राज्य बनने के बाद उनके सपनों का झारखंड नहीं बन सका, लेकिन हमारी सरकार इस राज्य के आंदोलनकारियों और यहां की जनता की भावनाओं के अनुरोध राज्य का नवनिर्माण करने की दिशा में मजबूती कदम बढ़ा दिए हैं.
कई योजनाओं का मिला तोहफा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 45 करोड़ 79 लाख 99 हज़ार 980 रुपए की 2141 योजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास किया. इसमें 14 करोड़ 88 लाख 44 हज़ार 580 रुपए की 15 योजनाओं का शिलान्यास एवं 30 करोड़ 91 लाख 55 हज़ार 400 रुपए की योजनाओं की आधारशिला रखी. वहीं, अबुआ आवास योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना, सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना, सर्वजन पेंशन योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, छात्रवृत्ति योजना, वन पट्टा वितरण योजना और मुख्यमंत्री पशुधन योजना समेत अनेकों कल्याणकारी योजनाओं के 20, 484 लाभुकों के बीच 71 करोड़ 63 लाख 4 हज़ार 200 रुपए की परिसम्पतियों का वितरण किया.
इस कार्यक्रम में विधायक रामदास सोरेन, विधायक समीर मोहंती, विधायक संजीव सरदार, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान, झारखंड गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरि , जिला 20 सूत्री उपाध्यक्ष मोहन कर्मकार, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त हरि कुमार केशरी तथा जिले के उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे.
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