देहरादून: 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के मतदान को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारियों,एसएसपी और एसपी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मतदान को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए. कांफ्रेसिंग के दौरान पोलिंग पार्टियों के रवाना होने से लेकर, पोलिंग और ईवीएम को स्ट्रांग रूम में जमा करने तक के संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया द्वारा समय-समय पर जारी अलग-अलग जानकारियां साझा की गई.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा दूरस्थ पोलिंग बूथ के लिए जिन पोलिंग पार्टियों को दो या तीन दिन पहले रवाना होना है उन्हें यह बात भी खास ध्यान देनी है कि वह जहां रात को विश्राम करेंगे वहीं ईवीएम को भी रखना है. इसकी जानकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी देना जरूरी होगी. पोलिंग पार्टियां यह भी ध्यान रखें कि वह किसी राजनीतिक दल के या निजी व्यक्तियों के आवास पर किसी भी हालत में ना रुके. ईवीएम को निर्धारित मानकों वाले वाहनों में ही ले जाया जाए. ईवीएम खराब होने की स्थिति में क्या कदम उठाए जाने और क्या नहीं इस बारे में भी जरूरी दिशा निर्देश दिए गए और मॉक पोल की डीटेल भी ठीक से दर्ज कर लिया जाए.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान चैलेंज वोट, टेस्ट वोट, टेंडर वोट आदि के बारे में भी जानकारी साझा की गई है. शाम 5 बजे के बाद कोई भी व्यक्ति मतदेय स्थल के गेट के अंदर नहीं आ पाएं. साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है कि शाम 5 बजे तक गेट के अंदर आए मतदाता को मतदाता पर्ची जरूर दे दी जाए. शाम 5 बजे तक जो मतदाता मतदेय स्थल के गेट के भीतर आ चुके हैं उनका मतदान हर हालत में करा लिया जाए. मतदेय स्थलों पर भीड़ मैनेजमेंट, आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने, बूथ हेल्थ मैनेजमेंट प्लान और पोस्टल बैलेट आदि के बारे में भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जानकारी दी गई.
पढे़ं- उत्तराखंड में सख्त हुआ चुनाव आयोग, अब तक 15 करोड़ से अधिक की नकदी बरामद, शराब पर भी कसा शिकंजा