छिन्दवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से बैतूल के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है, क्योंकि छिंदवाड़ा से आमला के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन अब बैतूल तक जा सकती है. इसके लिए रेल मंत्री ने अधिकारियों को प्रपोजल बनाने के निर्देश दिए है.
छिन्दवाड़ा से बैतूल तक जाएगी मेमू ट्रेन
सांसद बंटी विवेक साहू की पहल पर जल्द ही छिंदवाड़ा आमला मेमू ट्रेन को बैतूल तक बढ़ाया जाएगा. 5 दिसम्बर को सांसद विवेक बंटी साहू ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर छिन्दवाड़ा में रेल सुविधाओं को बढ़ाने को लेकर पत्र दिया था. छिंदवाड़ा-पांढुर्णा के जिला मुख्यालय तक मेमू ट्रेन चल रही है. जिन्हें बदलाव करने की बात थी.
सांसद ने रेल मंत्री को कराया अवगत
सांसद ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्ण से मेमू ट्रेन संख्या 01319 सुबह 8.00 बजे आमला से छिंदवाड़ा तक चलती है. जिसे जिला मुख्यालय बैतूल से चलाए जाने व, मेमू सवारी गाडी नंबर 01319 शाम 6.15 बजे छिंदवाड़ा से आमला चलती है. जिसे बढ़ाकर बैतूल जिला मुख्यालय तक चलाए जाने की मांग रखी थी. सांसद ने रेल मंत्री को अवगत कराया कि आमला से बैतूल जिला मुख्यालय की दूरी 23 किलोमीटर है. इन दोनों ट्रेनों को बढ़ाने से लोगों को आने-जाने से सुविधा होगी.
लोगों के आवागमन में होगी सुविधा
दोनों शहरों और जिला मुख्यालय बैतूल और छिंदवाड़ा को जोड़ने से जिलों की संपर्कता बढ़ेगी. रेलवे ट्रेक जहां से है वह जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है और वहां सड़क मार्ग नहीं है. साथ ही शाम को आमला से बैतूल के लिए कोई संपर्क गाड़ी नहीं है. इन सवारी गाड़ियां के गन्तव्य बढ़ाने से स्थानीय लोगों को आवागमन में सुविधा होगी.
रेलमंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
सांसद की मांग पर केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्र लिखकर बताया है कि "गाड़ी संख्या 01319 आमला-छिन्दवाड़ा मेमू ट्रेन को बैतूल रेलवे स्टेशन तक विस्तार किए जाने की विस्तृत जांच के लिए संबंधित विभाग को निर्देश जारी कर दिए गए है.
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लाइन बिछाने के लिए बनाना पड़ेगा नया डीपीआर
छिंदवाड़ा सांसद बंटी साहू के साथ नरसिंहपुर, सागर और दमोह के सांसद ने मिलकर छिंदवाड़ा से नरसिंहपुर में रेल लाइन सागर तक बिछाने के लिए मुलाकात की थी. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेल लाइन के कुछ इलाके में बड़े पहाड़ होने का जिक्र करते हुए कहा था कि दिक्कत आ रही है. डायवर्सन करने के बाद नहीं रेल लाइन बिछाने पर विचार किया जाएगा, इसके लिए सर्वे करना पड़ेगा. सर्वे के नया डीपीआर बनाना पड़ेगा. अगर यहां से नरसिंहपुर होते हुए सागर के लिए नई रेल लाइन डलती है, तो एक नया ट्रैक तैयार होकर महाकौशल और बुंदेलखंड रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएगा.