ETV Bharat / state

अब ऑनलाइन खरीदिए आदिवासी अंचलों के ड्राय फ्रूट्स व जड़ी-बूटियां, इनका सही दाम और सही काम - Patalkot Farmers Company

Tribal areas dry fruits herbs :अब आपको पातालकोट सहित छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी अंचल के जंगलों में होने वाले ड्रायफ्रूट और मोटे अनाज घर बैठे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन के जरिये भी आसानी से मिल सकेंगे.

chhindwara tribal areas dry fruits
आदिवासी अंचलों के ड्राय फ्रूट्स व जड़ी-बूटियां
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 3, 2024, 1:16 PM IST

छिंदवाड़ा। कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन अभियान के अंतर्गत वनों से आच्छादित छिंदवाड़ा जिले के वन उत्पाद, श्रीअन्न (मिलेट्स) और वन औषधियां अब जल्द ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर विक्रय के लिए उपलब्ध होंगी. अब ना केवल छिंदवाड़ा जिले के लोग, बल्कि प्रदेश के बाहर तक ये वन उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंच सकेंगे. यहां की चिरौंजी, शहद, आंवला, हर्रा, बहेड़ा, महुआ, अर्जुन, कोदो, कुटकी, ज्वार, मक्का का स्वाद अब दूर-दूर तक पहुंच सकेगा.

chhindwara tribal areas dry fruits
पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड

पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड

वन धन केंद्रों के माध्यम से इन वन उत्पादों का सही दाम संग्रहण, प्रोसेसिंग और पैकेजिंग करने वाले ग्रामीणों और भारिया हितग्राहियों को मिल सकेगा. पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के नाम से कंपनी का पंजीयन हो गया है. कंपनी का परमानेंट अकाउंट नंबर, जीएसटी नंबर, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया में रजिस्टर कर सभी दस्तावेजों के साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर रजिस्ट्रेशन कर लिया गया है. इसके बाद जिले की चिरौंजी, शहद आदि कई वन उत्पाद दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों तक सीधे पहुंच सकेंगे.

chhindwara tribal areas dry fruits
ऑनलाइन खरीदिए आदिवासी अंचलों की जड़ी-बूटियां

ये खबरें भी पढ़ें...

जिला प्रशासन ने दिलाई ट्रेनिंग

पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी से जुड़े इन ग्रामीणों और भारिया हितग्राहियों को जिला प्रशासन द्वारा वन उत्पादों की सुंदर और आकर्षक पैकेजिंग के संबंध में प्रशिक्षण भी दिलाया गया है. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से इनकी ट्रेडिंग से प्रधानमंत्री वनधन केंद्रों से जुड़े इन भारिया परिवारों के माध्यम से शुध्द और ऑर्गेनिक वन उत्पाद बिना किसी एजेंट के सही दामों में सीधे बेचे जा सकेंगे. बता दें कि अमरवाड़ा की चिरौंजी और पातालकोट का शहद दुनियाभर मशहूर है. छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विकासखंड के जंगलों में सबसे ज्यादा चिरौंजी का उत्पादन होता है.

छिंदवाड़ा। कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन अभियान के अंतर्गत वनों से आच्छादित छिंदवाड़ा जिले के वन उत्पाद, श्रीअन्न (मिलेट्स) और वन औषधियां अब जल्द ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर विक्रय के लिए उपलब्ध होंगी. अब ना केवल छिंदवाड़ा जिले के लोग, बल्कि प्रदेश के बाहर तक ये वन उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंच सकेंगे. यहां की चिरौंजी, शहद, आंवला, हर्रा, बहेड़ा, महुआ, अर्जुन, कोदो, कुटकी, ज्वार, मक्का का स्वाद अब दूर-दूर तक पहुंच सकेगा.

chhindwara tribal areas dry fruits
पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड

पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड

वन धन केंद्रों के माध्यम से इन वन उत्पादों का सही दाम संग्रहण, प्रोसेसिंग और पैकेजिंग करने वाले ग्रामीणों और भारिया हितग्राहियों को मिल सकेगा. पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के नाम से कंपनी का पंजीयन हो गया है. कंपनी का परमानेंट अकाउंट नंबर, जीएसटी नंबर, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया में रजिस्टर कर सभी दस्तावेजों के साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर रजिस्ट्रेशन कर लिया गया है. इसके बाद जिले की चिरौंजी, शहद आदि कई वन उत्पाद दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों तक सीधे पहुंच सकेंगे.

chhindwara tribal areas dry fruits
ऑनलाइन खरीदिए आदिवासी अंचलों की जड़ी-बूटियां

ये खबरें भी पढ़ें...

जिला प्रशासन ने दिलाई ट्रेनिंग

पातालकोट फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी से जुड़े इन ग्रामीणों और भारिया हितग्राहियों को जिला प्रशासन द्वारा वन उत्पादों की सुंदर और आकर्षक पैकेजिंग के संबंध में प्रशिक्षण भी दिलाया गया है. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से इनकी ट्रेडिंग से प्रधानमंत्री वनधन केंद्रों से जुड़े इन भारिया परिवारों के माध्यम से शुध्द और ऑर्गेनिक वन उत्पाद बिना किसी एजेंट के सही दामों में सीधे बेचे जा सकेंगे. बता दें कि अमरवाड़ा की चिरौंजी और पातालकोट का शहद दुनियाभर मशहूर है. छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विकासखंड के जंगलों में सबसे ज्यादा चिरौंजी का उत्पादन होता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.