छिंदवाड़ा: वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक को लेकर मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सनवर पटेल ने कहा है कि संशोधन राष्ट्रहित में आएगा और हम उसका स्वागत करेंगे. फिलहाल वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर दो करोड़ सुझाव गए हैं. अभी सुझाव का दौर चल रहा है. जब आएगा तभी बात होगी. समय-समय पर संशोधन आते रहते हैं.
'राष्ट्रहित में आएगा वक्फ बोर्ड संशोधन'
मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सनवर पटेल ने छिंदवाड़ा में मीडिया के सवाल पर कहा कि "समय-समय पर वक्फ बोर्ड में संशोधन होते रहते हैं. एक बार फिर 2024 में संशोधन हो रहा है, जो भी संशोधन होंगे हमें विश्वास है कि राष्ट्रहित में होंगे. ऐसे संशोधन का हम इस्तकबाल करेंगे."
'संशोधन के साथ-साथ दिए गए हैं सुझाव'
एमपी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सनवर पटेल ने कहा कि "सिर्फ वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम की ही बात नहीं है, हमने उसके समर्थन के साथ-साथ सुझाव भी दिए हैं. हालांकि कुछ लोग सुनकर विरोध करते हैं और कुछ लोग पढ़कर और समझकर विरोध प्रदर्शन करते हैं. अगर समाज के हित में कोई फैसला आता है तो उसका समर्थन सभी को करना चाहिए. हमने सरकार को और भी कई ऐसे सुझाव दिए हैं. जिसमें वक्फ बोर्ड और मजबूत होगा और यह हमारे हित में होगा."
'बेशकीमती हो गई हैं वक्फ बोर्ड की संपत्तियां'
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सनवर पटेल ने कहा कि "हमने जो सुझाव दिए हैं उसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अब वक्फ बोर्ड संपत्तियां बेशकीमती हो गई हैं. कई जगह उस पर लोगों ने कब्जा कर लिया है. जिसने कब्जा कर लिया है वह वहां से हट नहीं रहा है. ऐसे में इन संपत्तियों का डेवलपमेंट करना चाहिए और डेवलपमेंट करके समाज का हित होगा. जिन लोगों ने कब्जा कर रखे हैं डेवलपमेंट के कारण उसे हटा दिया जाएगा."
क्या है वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक में
वक्फ संशोधन विधेयक 2024, का उद्देश्य वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन करना है, ताकि वक्फ संपत्तियों के विनियमन और प्रबंधन में आने वाली समस्याओं और चुनौतियों का समाधान किया जा सके. संशोधन विधेयक का उद्देश्य भारत में वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन में सुधार करना है. इसका उद्देश्य पिछले अधिनियम की कमियों को दूर करना और अधिनियम का नाम बदलने, वक्फ की परिभाषाओं को अद्यतन करने, पंजीकरण प्रक्रिया में सुधार करने और वक्फ रिकॉर्ड के प्रबंधन में प्रौद्योगिकी की भूमिका बढ़ाने जैसे बदलाव करके वक्फ बोर्डों की दक्षता बढ़ाना है.