रायपुर: मॉनसून सत्र के दूसरे दिन भी विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के दौरान सीएम विष्णु देव साय ने सदन को ये जानकारी दी कि प्रदेश में शिक्षकों की कोई कमी नहीं है. करीब 7500 स्कूलों में टीचरों की संख्या जरुरत से ज्यादा है. सरकार ने खुद ये माना कि 7500 स्कूलों में मास्टर साहब की संख्या सरप्लस यानि बम बम है. सरकार ने इसके साथ ही ये भी स्वीकार किया है कि 300 स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है.
स्कूलों में शिक्षकों की संख्या है बम बम: रायपुर ग्रामीण सीट से बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू ने सवाल उठाया कि ''उनके क्षेत्र में शिक्षकों की भारी कमी है''. विधायक ने सदन के संज्ञान में ये लाया कि ''उनके विधानसभा क्षेत्र में 90 स्कूल संचालित हैं. विधायक ने कहा कि ज्यादातर स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं. माना के हिंदी स्कूल में कक्षा छह से लेकर आठ तक सिर्फ दो ही शिक्षक हैं. कुछ ऐसा ही हाल कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक का है. यहां भी सिर्फ तीन ही शिक्षक हैं जो नवीं से 12वीं तक के छात्रों को पढ़ाते हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वो शिक्षकों की तुरंत भर्ती करे.''
सीएम विष्णु देव साय ने दिया जवाब: बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू के सवाल पर खुद सीएम ने जवाब दिया. सीएम ने कहा कि ''प्रदेश में फिलहाल शिक्षकों के 1954 पद रिक्त पड़े हैं. जबकी 7939 शिक्षक कार्य कर रहे हैं''. सीएम ने कहा कि ''जो वर्तमान आंकड़ा है उसके मुताबिक छत्तीसगढ़ में 21 बच्चों पर एक शिक्षक कार्यकर्त है. सीएम ने माना कि ये संख्या फिर भी कम है. करीब 300 स्कूलों में तो शिक्षक ही नहीं हैं. 5500 स्कूलों में एक एक शिक्षक हैं. हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द इन कमियों को दूर कर लिया जाए.''