बलरामपुर: पिछले कई दिनों से बस्तर लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा अपने बयानों से लेकर सुर्खियों में हैं. लगातार विवादित बयान देने पर बीजेपी लखमा का खुलकर विरोध कर रही है. इस बीच रामानुजगंज विधायक और छत्तीसगढ़ मंत्री रामविचार नेताम लखमा का नक्सलियों से साठ-गांठ होने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि लखमा का बयान पुलिस जवानों का मनोबल गिराने वाला है.
लखमा पर दर्ज होना चाहिए एफआईआर: दरअसल गुरुवार को रामानुजगंज विधायक रामविचार नेताम बलरामपुर दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बलरामपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा, महिला मोर्चा सहित पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव की तैयारीयों को लेकर बैठक की. बैठक के बाद रामविचार नेताम ने मीडिया से बातचीत की. बातचीत के दौरान रामविचार नेताम ने कहा कि, "बस्तर से कांग्रेस के उम्मीदवार कवासी लखमा का नक्सलियों के साथ साठ-गांठ है. ऐसे व्यक्ति पर आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए. लखमा का बयान पुलिस जवानों के मनोबल को गिराने वाला है. पहले भी कई आरोप लखमा पर लगे हैं. इनमें नक्सलियों का सहयोग करने का भी आरोप है. नेताम ने आरोप लगाया कि नक्सलियों के सहयोग से ही उस क्षेत्र में ये लोग राजनीति कर रहे हैं. उसी की वकालत करते हैं. शासन-प्रशासन का मनोबल तोड़ने के लिए पुलिस बल के मनोबल को तोड़ने के लिए इस प्रकार से जनप्रतिनिधियों के कमेंट पर आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए."
हमारी पार्टी और संगठन ने मिलकर निर्णय लेते हुए चिंतामणि को उम्मीदवार बनाया है. पूरी पार्टी संगठन और कार्यकर्ता मिलकर चुनाव में एकजुट होकर बीजेपी प्रत्याशी चिंतामणि महाराज के लिए मेहनत कर रहे हैं. लोगों से वोट देने की अपील कर रहे हैं. यहां बाहरी का कोई मुद्दा ही नहीं है. -रामविचार नेताम, कैबिनेट मंत्री
बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में जुट गई है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. प्रत्याशी मतदाताओं की रिझाने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच बीजेपी 11 सीटों पर जीत का दावा कर रही है. वहीं, कांग्रेस भी बीजेपी को चुनाव में मात देने की बात कह रही है.