रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य नवंबर 2000 में अस्तित्व में आया. तब से लेकर आज तक राज्य में हुए आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला देखने को मिला है. मतदाताओं ने ज्यादातर अन्य उम्मीदवारों को खारिज कर दिया है. हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को घोषित किए गए. नतीजों में भाजपा ने राज्य की 11 सीटों में से 10 सीटें जीतीं है, जबकि कांग्रेस ने एक सीट जीती है.
220 में से 198 प्रत्याशियों के जमानत जब्त : छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर कुल 220 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के 11-11 प्रत्याशियों को अपनी जमानत बचाने के लिए पर्याप्त वोट मिले, लेकिन शेष 198 उम्मीदवार ऐसा करने में विफल रहे. चुनाव आयोग ने बाकी सभी 198 उम्मीदवारों की जमानत जब्त कर ली है. लोकसभा चुनाव के इन नतीजों के विश्लेषण से पता चलता है कि राज्य के मतदाताओं ने अन्य दलों के प्रत्याशियों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
किस वजह से होता है जमानत जब्त : चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, किसी उम्मीदवार को अपनी जमानत वापस पाने के लिए किसी निर्वाचन क्षेत्र में डाले गए कुल मतों का कम से कम छठा हिस्सा हासिल करना होता है. यदि कोई उम्मीदवार वैध मतों का आवश्यक न्यूनतम प्रतिशत हासिल करने में विफल रहता है, तो नामांकन दाखिल करते समय भुगतान की गई उस उम्मीदवार की जमानत राशि चुनाव आयोग जब्त कर लेता है. जमानत राशि सामान्य (ओबीसी सहित) श्रेणी के लिए 25,000 रुपये और अनुसूचित जनजाति व अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए 12,500 रुपये है.
गोंगपा प्रत्याशियों के भी जमानत जब्त : गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार श्याम सिंह मरकाम (कोरबा) और एलएस उदय सिंह (सरगुजा) अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में तीसरे स्थान पर रहे, लेकिन अपनी जमानत बचाने में विफल रहे. जीजीपी ने पिछले साल छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में पाली तानाखार सीट पर जीत हासिल की थी.
बसपा और सीपीआई प्रत्याशियों भी हुए ढेर : बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार इनोसेंट कुजूर (रायगढ़), अश्विनी रजक (बिलासपुर), दिलीप रामटेके (दुर्ग), ममता रानी साहू (रायपुर), डॉ. रोहित डहरिया (जांजगीर-चांपा) और तिलकराम मरकाम (कांकेर) अपनी-अपनी सीट पर तीसरे स्थान पर रहे, लेकिन उनकी भी जमानत जब्त हो गई. इसी तरह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के फूलसिंह कचलाम बस्तर में चौथे स्थान पर रहे, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई.
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान कराए गए. 19 अप्रैल को पहले चरण के तहत बस्तर लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग हुई. 26 अप्रैल को दूसरे चरण के तहत कांकेर, राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में मतदान हुए. वहीं 7 मई को तीसरे चरण के तहत दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, महासमुंद, सरगुजा और जांजगार चांपा लोकसभा क्षेत्र में मतदान हुआ था. राज्य में कुल 72.8 प्रतिशत मतदान हुआ था.
(पीटीआई)