रायपुर: शुक्रवार को शराब घाटोला केस में अनवर ढेबर,अरविंद सिंह और अरुण पति त्रिपाठी की कोर्ट में पेशी हुई. EOW की टीम तीनों को लेकर कोर्ट परिसर में पहुंची और जज के सामने तीनों को पेश किया. गुरुवार को अरुण पति त्रिपाठी की गिरफ्तारी बिहार के गोपालगंज जिले से हुई थी. गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन के पूर्व एमडी अरुण पति त्रिपाठी को रायपुर लाया गया. अरुण पति त्रिपाठी अपने रिश्तेदार के यहां बिहार के गोपालगंज में छिपे हुए थे. पेशी के दौरान दोनों पक्षों की दलील कोर्ट ने सुनी. सारी दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने तीनों की रिमांड EOW की टीम को 18 अप्रैल तक के लिए सौंप दी.
"ईओडब्ल्यू एसीबी ने 70 लोगों के खिलाफ fir दर्ज किया है. पूर्व में प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को ईओडब्ल्यू ने 4 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही इस मामले में जमानत पर चल रहे छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन के पूर्व एमडी अरुण पति त्रिपाठी को ईओडब्ल्यू की टीम ने बिहार के गोपालगंज से 11 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार किया. इन लोगों से पूछताछ की गई कई जगहों पर एसीबी की टीम ने रेड की कार्रवाई भी की है. इन लोगों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद कुछ टीम बाहर भी भेजी गई हैं जहां पर कुछ सबूत भी मिले हैं, जो केस डायरी में उपलब्ध है."- सौरभ कुमार पांडेय, वकील, प्रवर्तन निदेशालय
कोर्ट ने याचिका को नहीं किया स्वीकार: शराब कारोबारी अनवर ढेबर की ओर से हाईकोर्ट में ईओडब्ल्यू और एसीबी की जांच को रोकने के लिए याचिका लगाई थी. अनवर ढेबर की याचिका को हाई कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया है. इसका जवाब छत्तीसगढ़ सरकार और प्रवर्तन निदेशालय को फाइल करने का समय हाईकोर्ट ने 25 अप्रैल 2024 तक दिया है.
एसीबी और EOW की टीम ने 21 जगहों पर मारे थे छापे: एसीबी और EOW की टीम ने रायपुर और दुर्ग सहित 21 जगहों पर छापे मारे थे. छापे के दौरान कई अहम दस्तावेज भी जांच टीम को हाथ लगे थे. छापे के दौरान जो दस्तावेज हाथ लगे उसमें अवैध संपत्ति अर्जित करने. निवेश से लेकर लोन तक के कागजात जब्त किए गए. जिन जगहों पर छापे की कार्रवाई हुई उसमें रायपुर में 9 जगहों पर कार्रवाई हुई जबकी दुर्ग और भिलाई में सात जगहों पर रेड किया गया, बिलासपुर में भी छापे की कार्रवाई की गई.