ETV Bharat / state

जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर महाराज पहुंचे जशपुर, छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषित किया राजकीय अतिथि

Jain Monk 108 Praman Sagar Maharaj:जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर महाराज जशपुर पहुंचे. इस दौरान प्रदेश सरकार ने मुनिश्री को राजकीय अतिथि घोषित कर दिया.

Jain Monk 108 Praman Sagar Maharaj
जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर महाराज
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 4, 2024, 8:33 PM IST

जशपुर: जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर रविवार को जशपुर पहुंचे. यहां उनका भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान भारी संख्या में जैन समाज के लोग उनके स्वागत में पहुंचे. इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर को राजकीय अतिथि घोषित कर दिया. सरकार की इस घोषणा के बाद जैन समाज काफी उत्साहित नजर आए. जैन समाज ने मुख्यमंत्री विष्णदेव साय और भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्ण कुमार राय का आभार जताया है.

जैन मुनि ने जीवन के महत्व को समझाया: जिले के जैन मंदिर में जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर ने जैन समाज के विशाल जनसमूह को प्रवचन भी दिया. उन्होंने कहा कि, "अपने समय का, अपनी शक्ति का, संपत्ति का, संसाधनों का सदुपयोग करने वाला मनुष्य ही जीवन में उपलब्धि अर्जित कर पाता है. जो ये नहीं कर पाता, वो संसार में यूं ही भटकता रहता है. हमारे जीवन की सार्थकता मौज मस्ती में नहीं, भोग विलास में नहीं बल्कि धर्म ध्यान और संयम साधना करने में है. इससे हम जीवन मूल्यों को उद्घाटित करके अपनी जीवन शैली को बेहतर बना सके.

जिले में मुनि का किया गया भव्य स्वागत: जैन मुनि के स्वागत को लेकर जिले के गिरांग मोड़ पर बने प्रवेश द्वार से लेकर जैन मंदिर तक लगभग दो किलोमीटर के पूरे मार्ग को आकर्षक रंगोली से सजाया गया था. इस बीच आने वाले जैन समुदाय हर व्यक्ति के घर के सामने उनके चरण पखार कर और आरती उतार कर वंदन किया. इस दौरान मंदिर प्रांगण में बने मंच पर प्रमाणिक पाठशाला के छोटे-छोटे बच्चों ने गुरू के सामने अपनी प्रस्तुति दी.

व्यापक स्तर पर की गई थी तैयारी: मुनि श्री के जशपुर आगमन को लेकर पहले से जैन समाज के लोगों ने व्यापक तैयारी कर रखी थी. शनिवार को सुबह झारखंड की ओर से प्रवेश कर मुनिश्री रविवार को सुबह पहली बार जशपुर पहुंचे. यहां जैन समाज के लोगों ने भारी उमंग उत्साह के साथ उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान बैंड बाजा, ढोल नगाड़े और जशपुर के परम्परागत नृत्य के साथ मुनि का स्वागत किया गया. बता दें कि मुनिश्री 108 प्रमाण सागर महाराज ने 30 मार्च 1988 को दीक्षा प्राप्त की थी. शिखर जी में इनके द्वारा भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है.

Karnataka Crime: कर्नाटक में जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा
Karnataka Jain Monk Murder: जैन मुनि के हत्यारों को सजा दिलाने समाज ने निकाला मौन जुलूस
Karnataka Jain Monk Murder Case: बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग, गृह मंत्री ने कहा, कोई जरूरत नहीं

जशपुर: जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर रविवार को जशपुर पहुंचे. यहां उनका भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान भारी संख्या में जैन समाज के लोग उनके स्वागत में पहुंचे. इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर को राजकीय अतिथि घोषित कर दिया. सरकार की इस घोषणा के बाद जैन समाज काफी उत्साहित नजर आए. जैन समाज ने मुख्यमंत्री विष्णदेव साय और भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्ण कुमार राय का आभार जताया है.

जैन मुनि ने जीवन के महत्व को समझाया: जिले के जैन मंदिर में जैन मुनिश्री 108 प्रमाण सागर ने जैन समाज के विशाल जनसमूह को प्रवचन भी दिया. उन्होंने कहा कि, "अपने समय का, अपनी शक्ति का, संपत्ति का, संसाधनों का सदुपयोग करने वाला मनुष्य ही जीवन में उपलब्धि अर्जित कर पाता है. जो ये नहीं कर पाता, वो संसार में यूं ही भटकता रहता है. हमारे जीवन की सार्थकता मौज मस्ती में नहीं, भोग विलास में नहीं बल्कि धर्म ध्यान और संयम साधना करने में है. इससे हम जीवन मूल्यों को उद्घाटित करके अपनी जीवन शैली को बेहतर बना सके.

जिले में मुनि का किया गया भव्य स्वागत: जैन मुनि के स्वागत को लेकर जिले के गिरांग मोड़ पर बने प्रवेश द्वार से लेकर जैन मंदिर तक लगभग दो किलोमीटर के पूरे मार्ग को आकर्षक रंगोली से सजाया गया था. इस बीच आने वाले जैन समुदाय हर व्यक्ति के घर के सामने उनके चरण पखार कर और आरती उतार कर वंदन किया. इस दौरान मंदिर प्रांगण में बने मंच पर प्रमाणिक पाठशाला के छोटे-छोटे बच्चों ने गुरू के सामने अपनी प्रस्तुति दी.

व्यापक स्तर पर की गई थी तैयारी: मुनि श्री के जशपुर आगमन को लेकर पहले से जैन समाज के लोगों ने व्यापक तैयारी कर रखी थी. शनिवार को सुबह झारखंड की ओर से प्रवेश कर मुनिश्री रविवार को सुबह पहली बार जशपुर पहुंचे. यहां जैन समाज के लोगों ने भारी उमंग उत्साह के साथ उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान बैंड बाजा, ढोल नगाड़े और जशपुर के परम्परागत नृत्य के साथ मुनि का स्वागत किया गया. बता दें कि मुनिश्री 108 प्रमाण सागर महाराज ने 30 मार्च 1988 को दीक्षा प्राप्त की थी. शिखर जी में इनके द्वारा भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है.

Karnataka Crime: कर्नाटक में जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा
Karnataka Jain Monk Murder: जैन मुनि के हत्यारों को सजा दिलाने समाज ने निकाला मौन जुलूस
Karnataka Jain Monk Murder Case: बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग, गृह मंत्री ने कहा, कोई जरूरत नहीं
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.