भिलाई/मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर/बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ में अघोषित बिजली कटौती के विरोध में कांग्रेस ने पूरे छत्तीसगढ़ में आज रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया है. वहीं, भिलाई, बलौदाबाजार और एमसीबी में भी रैली निकाल कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया है. साथ ही जल्द बिजली बिल आधा योजना लागू करने की मांग की. मांग पूरी न होने पर आगामी दिनों में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
भिलाई में कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन: बिजली दरों में बढ़ोतरी और अघोषित बिजली कटौती के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता भिलाई स्थित छावनी क्षेत्र में उग्र प्रदर्शन किए.साथ ही कांग्रेस के भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव और कार्यकर्तायओं ने छावनी से रैली के माध्यम से बिजली ऑफिस पहुंचकर अधिकारियों से बिजली कटौती की जानकारी ली. इस दौरान विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा, "राज्य की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण राज्य में विद्युत आपूर्ति होने के बावजूद विद्युत दर में वृद्धि की गई है. बार-बार बिजली कटौती से किसान और जनता पहले ही परेशान है. इसके साथ ही बिजली के दरों में वृद्धि हुई है. इससे आम जनता काफी परेशान है. हमारी सरकार में बिजली बिल आधा की योजना अब लोगों को नहीं मिल रहा है. बिजली बिल आधा की योजना भी भाजपा सरकार बंद कर दिए हैं. कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्व में छूट दी गई थी. भाजपा सरकार आते ही बढ़ोतरी कर दी गई."
एमसीबी में बिजली कटौती के विरोध में प्रदर्शन: छत्तीसगढ़ में अघोषित बिजली कटौती और बिजली वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को पूरे प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन किया है. एमसीबी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. एमसीबी के सभी ब्लॉकों से लेकर जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ मैं कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष एवं कार्यक्रम प्रभारी राजकुमार केसरवानी के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा गया.
बलौदाबाजार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन: बिजली कटौती के विरोध में कांग्रेस कमेटी बलौदाबाजार शहर और ग्रामीण के सयुक्त नेतृत्व में हाथों में बिजली कटौती बंद करो, बिजली दर कम करो की तख्तियां लेकर प्रदर्शन रैली निकाले. रैली के दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा, "भाजपा सरकार पूरे समय बिजली नहीं दे पा रही है. ऊपर से सरकार ने बिजली के दामों में 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. यह जानता पर अत्याचार है. बिजली दर में 8 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी को राज्य सरकार को वापस लेना चाहिए. प्रदेश की जनता महंगाई से पीड़ित है. इस दशा में बिजली दर में बढ़ोतरी करना महंगाई से जख्मी जनता के जख्मों पर नमक छिड़कना है."
बता दें कि कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही 6 माह के भीतर ही जिस प्रकार से बिजली दरों में वृद्धि की गई है. इसके साथ ही अघोषित बिजली कटौती से प्रदेश की जनता परेशान हो रही है. इसके विरोध में सोमवार को पूरे प्रदेश में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही जल्द समस्या का निपटान करते हुए आधा बिजली बिल योजना लागू करने की मांग की.