दुर्ग: भिलाई के सेक्टर सेवन ग्राउंड में छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा डॉग शो रविवार से शुरु होने जा रहा है. बीते 24 सालों से छत्तीसगढ़ डॉग लवर्स एसोसिएशन इस आयोजन को संभाल रहा है. 11 फरवरी से शुरु हो रहे डॉग शो की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. आयोजन से पहले स्ट्रीट डॉग्स के वैक्सीनेशन का प्रोग्राम रखा गया. वैक्सीनेशन प्रोग्राम में 500 से ज्यादा कुत्तों को वैक्सीनेट किया गया. रविवार को होने वाले डॉग शो में सिर्फ छत्तीसगढ़ के ही कुत्ते नहीं भाग नहीं लेंगे बल्कि दूसरे राज्यों से भी आए कुत्ते इसमें शिरकत करेंगे.
सबसे बड़े डॉग शो का आयोजन: डॉग शो में जीत दर्ज करने वाले डॉग के मालिक को इनाम में बड़ी रकम दी जाएगी. 24 सालों से चले आ रहे आयोजन के पीछे लोगों को कुत्तों के प्रति जागरुक करना. आयोजकों का कहना कि सिर्फ कुत्ते पालने से कुछ नहीं होता, कुत्तों का बढ़िया देखभाल भी किया जाना चाहिए. कुत्ते इंसानों की तरह हमारे हाव भाव और व्यवहार को रीड करते हैं. उनकी खुशी और उनके गम दोनों को हमें समझना चाहिए.
हम एक मुहिम चला रहे हैं जिसमें हर स्ट्रीट डॉग को वैक्सीन लगाया जाएगा. कुत्ते पालना अच्छी बात है, इंसान से ज्यादा वफादार आज की तारीख में कुत्ते हैं. जिस तरह से वो अपना दुख भूलकर हमारी खुशी में खुश होते हैं उसी तरह से हमें भी उनका ध्यान रखना चाहिए. कुत्तों को बीमारियों से बचाने के लिए उनका देखभाल भी करनी चाहिए और उनको समय समय पर वैक्सीनेट भी किया जाना चाहिए - डॉ सुशोवन रॉय, प्रेसिडेंट, डॉग लवर्स एसोसिएशन
मेरे पास लगभग 10 से ज्यादा स्ट्रीट डॉग्स है, लगभग 10 सालों से डॉग को पालने का कार्य मैं कर रही हूं, जिनको अभी लेकर आई हूं वह स्ट्रीट डॉग्स हैं. स्ट्रीट डॉग्स को आज हर कोई भगाना चाहता है. कुत्तों में दिल और दिमाग होता है. इनके साथ अगर सही व्यवहार किया जाए तो ये भी वैसा ही व्यवहार दिखाते हैं. इन स्ट्रीट डॉग्स का वैक्सीनेशन कराने के लिए मैं आई हूं. लोगों से भी मेरी अपील है कि वो इनका ध्यान रखें. मैं इस डॉग शो में लंबे वक्त से शामिल हो रही हूं. ऐसे आयोजनों में सभी लोगों को शामिल होना चाहिए - प्राजंलि, डॉग प्रेमी
डॉग शो के जरिए संदेश: स्ट्रीट डॉग शो के आयोजन का मकसद सिर्फ कुत्तों को बीमारियों से बचाना या उनको वैक्सीनेट करना नहीं है. आयोजन के जरिए लोगों तक ये संदेश भी पहुंचाना मकसद है कि डॉग हमारे समाज का ही एक हिस्सा हैं. धरती पर जितना अधिकार हमारा है उतना ही अधिकारी दूसरे जीव जंतुओं का भी है. पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए उनका होना भी हमारी जिंंदगी के लिए बहुत जरूरी है.