कानपुर: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में शुक्रवार दोपहर को छात्रवृत्ति के मामले में छात्रों के द्वारा प्रशासनिक भवन के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया था. छात्रों द्वारा कुलपति विनय पाठक का नाम लेते हुए मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए थे. इसके बाद कुलपति विनय पाठक ने 10 छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया था. जिसके बाद से अब यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं, शनिवार को बीबीए की छात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें छात्र द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रोफेसर पर अश्लीलता, अभद्रता व जाति सूचक शब्द बोलने का आरोप लगाया था.
आरोप लने पर कुलपति विनय पाठक ने छात्रा का नार्कोटेस्ट कराने के लिए कहा था और उसे विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया था. अब रविवार को फिर से छात्रा का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वायरल वीडियो में छात्रा ने कुलपति विनय पाठक और प्रोफेसर का नार्कोटेस्ट कराने की बात कही है. वहीं, पुलिस द्वारा इस पूरे मामले की अब गंभीरता से जांच की जा रही है.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में छात्रा कह रही है कि 'वह कानपुर विश्वविद्यालय से बीबीए की छात्रा है. शनिवार को जब उसने प्रोफेसरों के खिलाफ शिकायत की तो उलटा उस पर गलत आरोप लगाया जा रहे हैं. जबरदस्ती उस पर दबाव बनाया जा रहा है. कुलपति का कहना है छात्रा का नार्कोटेस्ट होना चाहिए. वह नार्कोटेस्ट कराने के लिए तैयार है. लेकिन कुलपति का भी नार्कोटेस्ट होना चाहिए. क्या उन्होंने आज तक कोई भी भ्रष्टाचार नहीं किया है. प्रो. सुधांशु पांडे और प्रो.अंशु यादव का भी नार्कोटेस्ट होना चाहिए. जिससे सारा सच सबके सामने आ सके.' इसके साथ ही छात्रा ने वीडियो के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.
एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे ने बताया कि पुलिस द्वारा वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है. कुलपति द्वारा छात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. छात्रा ने भी विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसर पर अभद्रता, गाली-गलौज और जाति सूचक शब्द बोलने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है. इस पूरे मामले की अब गंभीरता से जांच की जा रही है. जांच के दौरान जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे, उसके आधार पर आवश्यक वैधानिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.