अंबाला: दीपावली के बाद छठ पूजा बिहार के लोगों के लिए बहुत बड़ा पर्व है. इसके लिए हरियाणा-पंजाब में काम करने वाले सभी बिहारी लोग छठ पूजा पर अपने गांव बिहार जाते हैं. छठ पूजा के अवसर पर अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर बिहार जाने वाले लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है. बिहारी लगो छठ पर्व को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं.
रेलवे प्रशासन ने पूरी की व्यवस्था: अंबाला कैंट रेलवे प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से लोग काफी खुश है और रेलवे प्रशासन की इसके लिए जमकर सराहना भी कर रहे हैं. दिवाली के बाद छठ पूजा 6 नवंबर को मनाई जाएगी. इसको लेकर बिहार के लोग जो हरियाणा-पंजाब में काम करते हैं, वे बिहार जा रहे हैं. अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर छठ पूजा करने बिहार जाने वाले लोगों की काफी भीड़ नजर आ रही है. लोग अपनी ट्रेन का इंतजार भी करते नजर आ रहे हैं.
बिहार जा रहे लोगों की स्टेशन पर भीड़: जब हमारी टीम ने बिहार जाने वाले लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि छठ पूजा उनके लिए दिवाली से भी बड़ा पर्व है. लोग पूरा साल इस त्योहार का इंतजार करते हैं. कई लोगों की ट्रेन टाइम पर है, तो कई लोगों की ट्रेन लेट भी है. इस वजह से उन्हें थोड़ी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है. कुल मिलाकर देखा जाए तो रेलवे प्रशासन की व्यवस्था से लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं.
छठ पूजा का महापर्व: लोक आस्था के महापर्व 'छठ' पूजा की शुरुआत 5 नवंबर को 'नहाय खाए' से शुरू होगी. इससे पहले बिहार की राजधानी पटना में बाजारों में रौनक बढ़ गई है. 'छठ' से पहले पटना के बाजारों में 'कोसी' की जमकर खरीदारी की जा रही है.'छठ' पूजा में 'कोसी' का एक विशेष महत्व है. इस पर्व पर 'कोसी भरने' की परंपरा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि अगर कोई मनोकामना पूरी नहीं हो रही है या असाध्य रोग है तो 'कोसी' भरने का संकल्प लिया जाता है, जिससे मनोकामनाएं पूरी होने के साथ ही कष्टों से मुक्ति भी मिलती है. इसलिए हर साल 'छठ' पर्व पर 'कोसी' भरकर छठी मैया के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है.
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