छतरपुर। जिले के हरपालपुर में निर्माणाधीन बाईपास के समीप गलान गांव की सड़क पर अंडरपास या फ्लाईओवर बनाने की मांग को लेकर ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप एवं लू के बीच ग्रामीण अपनी मांग को लेकर खुले असमान के नीचे टेंट लगा कर धरने पर बैठे हैं. जहां मौसम विभाग ने हीटवेव चलने को लेकर लोगों को घरो में रहने का अलर्ट जारी किया है, वहीं अपनी मांगों को लेकर किसानों को तेज धूप में धरने पर बैठना पड़ रहा है. सूचना मिलने के बाद नायाब तहसीलदार पूजा भोरहरी, नौगांव जनपद पंचायत सीईओ डॉ हरीश केशवानी, एनएच एसडीओ उपयंत्री वीरेंद्र पटैरिया, पीडब्ल्यूडी एसडीओ सहित अन्य अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे.
बाईपास निर्माण का काम बंद करने की मांग
अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग सुनी. उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि बाईपास के पास निर्माण में अंडरपास या फ्लाई ओवर नहीं हैं. लेकिन ग्रामीणों की मांग उनकी परेशानी को देखते हुए उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर अंडरपास या फ्लाईओवर निर्माण के प्रयास किए जाएंगे. लेकिन ग्रामीण इस बात पर अड़े रहे कि पहले तो गलान गांव के पास चल रहे बाईपास निर्माण का काम बंद किया जाए. जबतक उनके गांव के रास्ते पर अंडरपास या फ्लाईओवर स्वीकृति नहीं किया जाता है, जब तक वो बाईपास का निर्माण कार्य यहां नहीं होने देंगे.
ग्रामीणों ने दिया आवेदन, नहीं हुई सुनवाई
ग्रामीणों ने बताया कि ''बाईपास को पार कर गांव के लोगों को हरपालपुर, माध्यमिक शाला, आंगनबाड़ी, राशन की दुकान सहित अपने खेतों में जाना होगा जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी."' अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को धरना खत्म करने की समझाईश दी गई, लेकिन वह नहीं माने. गलान गांव के सरपंच मुन्ना यादव, सुरेंद्र यादव, बबलू पाठक, मूरत सिंह सहित ग्रामीणों ने बताया कि एक माह पूर्व जिला कलेक्टर एसडीएम व एनएच अधिकारियों को अपनी मांग को लेकर आवेदन दिया था. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई या अश्वासन नहीं दिया गया तो मजबूरी में हम सभी गांव वालों को धरना देना पड़ रहा है.
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इनका कहना है
पूजा भोर हरी, नायाब तहसीलदार नौगांव- धरना दे रहे किसानों से बात की गई है, उनकी मांग जायज है. नेशनल हाईवे को जोड़ने वाले हरपालपुर बाईपास के दूसरी ओर स्कूल, आंगनबाड़ी और राशन दुकाने हैं. ग्रामीणों को धरना खत्म कर आवेदन देने की समझाइश दी गई है. ये उच्च अधिकारियों के लेवल का काम है. पूरे मामले के बारे में जिला कलेक्टर और एसडीएम को अवगत कराया गया है.
वीरेंद्र पटैरिया, उपयंत्री एनएच- ग्रामीणों की मांग को लेकर उनको बताया गया है कि ये एनएच काम है, उनके आवेदन पर एक प्रस्ताव बनाकर अंडरपास या फ्लाईओवर निर्माण के लिए भोपाल आरओ ऑफिस भेजा जाएगा. वहां से पास होने के बाद भी निर्माण होगा.