छतरपुर : छतरपुर जिले में खाद की लगातार रैक आ रही हैं और वितरण भी हो रहा है, लेकिन गोदामों से किसानों की लाइनें कम नहीं हो रही हैं. खाद के लिए लगातार किसान परेशान हैं. इसलिए गुस्साए किसानों ने बमीठा थाना क्षेत्र में हाईवे पर चक्काजाम कर दिया. बताया जाता है कि छतरपुर जिले में अब तक 20 हजार मीट्रिक टन यूरिया का वितरण हो चुका है. विभाग का दावा है कि जिले में खाद की कमी नहीं है, लगातार रैक आ रही हैं. इसी सप्ताह में तीन रैक खाद की और आएंगी.
चक्काजाम करने वाले किसानों ने सुनाई व्यथा
चक्काजाम करने वाले किसानों को बमीठा टीआई आशुतोष श्रोती ने समझाइश दी और टोकन दिलवाए. वहीं, गुस्साए किसान रम्मू ने बताया "सुबह 4 बजे से लाइन में लगे हैं. मेरा नम्बर 10 वां था, लेकिन खाद देने वाले कहते हैं कि 200 लोगों को दे दिया, लेकिन मेरा नम्बर नहीं आ रहा है. गोदाम वाले गड़बड़ कर रहे हैं." किसान रामेश्वर का कहना है "खाद रखा है लेकिन दे नही रहे हैं." किसान हरि ने कहा "6 दिन से लगातार आ रहे हैं लेकिन खाद नहीं मिल रहा है." जटा पहाड़ी निवासी जमुना पटेल किसान ने बताया "2 से 3 दिन हो गए लाइन में लगे हुए, लेकिन खाद नहीं मिल रहा है."
एक दिन पहले भी किसानों ने किया हाईवे जाम
बता दें कि छतरपुर जिले में अब तक 3 लाख हेक्टेयर में बोवनी हो चुकी है. 20 प्रतिशत बोवनी में देरी का कारण डीएपी समय पर नहीं मिलना है. जिले में गेहूं और जौ का सबसे अधिक क्षेत्रफल है. बोवनी के बाद अब किसानों को यूरिया खाद की सख्त जरूरत है, लेकिन किसानों को समय पर यूरिया नहीं मिल रहा. परेशान किसानों ने एक दिन पहले भी हाईवे जाम किया था.
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छतरपुर जिले में कुल 31 हजार मीट्रिक टन यूरिया की डिमांड
वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि इस साल जिले में यूरिया 31 हजार मीट्रिक टन यूरिया की डिमांड है. अब तक 21 हजार 152 मीट्रिक टन युरिया खाद जिले को मिल चुका है. 20 हजार मीट्रिक टन का वितरण भी किया जा चुका है. कृषि विस्तार अधिकारी वीके श्रीवास्तव ने बताया "अभी 3 रैक लगनी है, तभी पूर्ति हो सकेगी." वहीं, छतरपुर डीएमओ अभिषेक जैन का कहना है "किसानों को लाइन में लगाकर खाद दी जा रही है, लेकिन हर किसान चाहता है कि पहले उसे मिल जाए."