छतरपुर। जिले के हरपालपुर थाना इलाके में हैरतंगेज मामला सामना आया है, जो मानव तस्करी से जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल, ईशानगर कस्बे का किशोर 3 हफ्ते से लापता था. ये किशोर हरपालपुर में किन्नरों के पास मिला. किशोर ने जब अपने परिजनों को हकीकत बताई तो सभी के होश उड़ गए. दरअसल, किशोर को जहां हरपालपुर में रखा गया था, वहां उसकी उम्र के 4-5 लड़के और थे और उन्हें कुछ ऐसी दवाई और इंजेक्शन दी जा रही थी, जिनसे उनके शरीर में बदलाव हो रहे थे. किशोर की आपबीती सुनने के बाद परिजनों ने ईशानगर थाना में एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस ने 3 लोगों पर मामला दर्ज किया है. मामले की बारीकी से जांच की जा रही है.
घर से गायब हो गया किशोर
ईशानगर कस्बे में रहने वाले फरियादी ने बताया कि पिछले 6 जून की दोपहर करीब 3 बजे उसका 17 साल का बेटा घर से लापता हो गया. बेटे के लापता होने की शिकायत ईशानगर थाने में करने के बाद फरियादी बेटे की तलाश में जुट गया. करीब 20 दिन बाद 26 जून को लापता किशोर ने अपने चाचा को फोन लगाकर बताया कि वह हरपालपुर में है. सूचना मिलते ही फरियादी अपने भाइयों के साथ हरपालपुर पहुंचा तो वहां उनका बेटा किन्नरों के पास मिला, जहां से परिजन उसे ईशानगर अपने घर लेकर आ गए.
घुमाने के बहाने ले गए परिचित
किशोर ने परिजनों को बताया "6 जून को गांव का रमेश रैकवार अपने साथ घुमाने और खाना खिलाने की बात कहकर छतरपुर ले गया. ईशानगर बस स्टैंड से रामपुर का रहने वाला धनीराम कुशवाहा भी उसके साथ गाड़ी पर बैठ गया और तीनों छतरपुर पहुंचे. छतरपुर में रमेश का बेटा मगन मिला और तीनों हरपालपुर में काम होने की बात कहकर ले गए. किशोर ने बताया कि तीनों मुझे हरपालपुर में लाली किन्नर के पास ले गए और उसके पास छोड़कर वापस लौट गए. पिछले 20 दिनों से वह लाली किन्नर के पास था. इस दौरान वह परिजनों से बात नहीं कर पा रहा था. शुक्रवार को किशोर को कहीं से मोबाइल मिला तो उसने चाचा को फोन पर सूचना दी."
हरपालपुर में 4 से 5 और किशोर भी बंधक
किशोर ने बताया "हरपालपुर में जहां उसे रखा गया, वहां पर 4-5 लड़के और भी थे. जिन्हें लगातार इंजेक्शन लगाए जा रहे थे और कुछ दवाएं खिलाई जा रहीं थीं, जिनसे शरीर में बदलाव आने लगे थे." किशोर की आपबीती सुन परिजनों ने 27 जून को हरपालपुर थाना में मामले की शिकायत कराई. पुलिस ने किशोर को हरपालपुर छोड़ने वाले तीनों लोगों पर धारा 363 के तहत मामला दर्जकर जांच शुरू की. पुलिस सूत्रों की मानें तो मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है. पुलिस को जानकारी मिली है कि हरपालपुर रेलवे स्टेशन में किन्नरों का एक दल रहता है, जो ट्रेन में यात्रियों से वसूली करता है. माना जा रहा है कि किन्नरों का दल नाबालिग लड़कों को दवा और इंजेक्शन देकर किन्नर बनाने का काम कर रहा है.
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संगठित गिरोह कर रहा काम, खुलासा होना बाकी
सूत्रों के अनुसार इस मामले में कई लोग शामिल हैं, जिनका खुलासा होना बाकी हैं. वहीं एफआईआर कराने वाले किशोर के चाचा ने बताया कि अभी पुलिस ने एफआईआर में किन्नर का नाम शामिल नहीं किया है. वहीं, पुलिस अधीक्षक छतरपुर अगम जैन का कहना है "ईशानगर कस्बे का रहने वाला किशोर हरपालपुर में मिला है. किशोर के बयान और परिजनों की शिकायत पर 3 आरोपियों के खिलाफ धारा 363 का मामला दर्जकर जांच की जा रही है. अभी तक अलग-अलग तथ्य सामने आए हैं, जिनकी पुष्टि होना बाकी है. पुष्टि के बाद अन्य आरोपियों के नाम एफआईआर में शामिल किए जाएंगे."