छतरपुर। जिले के खूंखार 30 हजार के इनामी बदमाश अरविंद उर्फ मुन्ना राजा पिता सूर्यप्रताप सिंह (58 साल) को पुलिस ने मुठभेड़ कर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, दरअसल, राजनगर थाना इलाके के ग्राम विक्रमपुर निवासी सजायाफ्ता अरविंद उर्फ मुन्ना राजा 3 माह पहले पैरोल पर आया था. लेकिन वापस जेल नहीं पहुंचा और फरार हो गया. पुलिस लगातार तलाश करती रही लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. एसपी अगम जैन को जैसे ही मुखबिर से सूचना मिली तो उसकी घेराबंदी की गई.
कुख्यात अपराधी के कई किस्से जनता के बीच चर्चा में
इसके बाद एसपी ने एक टीम बनाई, जिसमें खजुराहो SDOP सलिल शर्मा, राजनगर टीआई सिद्धार्थ शर्मा, कोतवाली टीआई अरविंद कूजुर सहित पुलिस बल ने विक्रमपुर के जंगल को घेर लिया. मुन्ना राजा से काफी देर मुठभेड़ चलती रही. एक दूसरे पर गोलियां चलती रही ओर आखिरकार फरार इनामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वहीं हत्यारे के कई किस्से भी सामने आए हैं. अरविंद उर्फ मुन्ना राजा ने पहले हनुमान जी की मूर्ति को प्रणाम किया और जब शिकार नहीं मिला तो हनुमान जी की मूर्ति पर गोली चला दी. इसके बाद उसी दिन उसने एक व्यक्ति की हत्या कर दी.
14 साल पहले 2 लोगों की की थी हत्या
एसपी अगम जैन ने बताया "मार्च वर्ष 2010 में अपने भाइयों के साथ मिलकर महेश गुप्ता निवासी विक्रमपुर की गोली मारकर हत्या की थी. हमले में मौके पर मौजूद बाबूलाल कुशवाहा की भी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उसी दिन घटना के कुछ समय बाद आरोपियों द्वारा सियाराम पटेल की गोली मारकर हत्या की गई. सभी आऱोपियो पर थाना राजनगर में हत्या के 2 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए थे. सभी आरोपियो की गिरफ्तारी के बाद न्यायालय द्वारा 14-14 साल की सजा से दंडित किया गया था.'
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पैरोल पर आया और फरार हो गया खूंखार अपराधी
अरविंद सिंह उर्फ मुन्ना राजा निवासी विक्रमपुर पैरोल में माह जून 2024 में सतना जेल से बाहर आया था. पैरोल से फरार होने पर थाना कोलगवां सतना में अपराध दर्ज किया गया था. सागर आईजी पुलिस प्रमोद वर्मा द्वारा 30 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी. फरार इनामी आरोपी अरविंद उर्फ मुन्ना सिंह अंधेरे में एक बंदूक कंधे पर टांगे हुये, एक अद्दी हाथ में लिये और कारतूसों का माला कंधे में लटकाये हुए दिखा, जिसे पुलिस टीम द्वारा आत्मसमर्पण करने के लिये कहा गया. अपराधी द्वारा पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से बंदूक से फायर किया गया. इसके बाद फिर आत्मसमर्पण के लिए कहा. आरोपी मुन्ना द्वारा पुनः पुलिस पार्टी पर फायर किया गया. बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.