छतरपुर: सड़कों पर बेसहारा गोवंश घूमने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. मामले में जिला पंचायत सीईओ ने जनपद पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया. कलेक्टर ने बीते दिनों आदेश जारी कर कहा था कि अगर सड़क पर पशु घूमते मिले तो जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी. इसी आदेश का पालन करते हुए जिला पंचायत सीईओ ने यह कार्रवाई की है.
कुछ दिनों पहले 23 गौवंश की चली गई थी जान
बीते दिनों छतरपुर के झांसी-खजुराहो फोर लेन हाईवे पर सड़क पर बैठे गोवंश को ट्रक ने टक्कर मार दी थी. इस हादसे में 23 गोवंश की दर्दनाक मौत हो गई थी. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने एनएचआई के अधिकारियों सहित सभी जिम्मेदार अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. इस मामले में जिला पंचायत सीईओ तपस्या परिहार ने कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत ढडारी में पदस्थ जनपद पंचायत सचिव सोनाली अग्रवाल को निलंबित कर दिया.
कदाचरण के आरोप में सचिव निलंबित
निलंबल के कारणों में बताया गया है कि, पशु सड़कों पर बैठे रहते हैं जिससे उनकी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. निरीक्षण के दौरान गौशाला में भी भारी अव्यवस्थाएं पाई गई, जिसका जनपद पंचायत सचिव द्वारा उचित प्रबंध नहीं किया गया था. यह लापरवाही पंचायत सेवा (आचरण) नियम, 1998 के तहत कदाचरण की श्रेणी में आता है. इस वजह से जनपद पंचायत की सचिव को निलंबित किया जाता है.
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कलेक्टर ने पेट्रोलिंग करने का दिया निर्देश
छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने बताया कि, "बीते दिनों सड़क हादसे में कई पशुओं की मृत्यु हो गई थी. उसके बाद अधिकारियों की बैठक लेकर उनकी जिम्मेदारी तय की गई थी. अधिकारियों ने निरीक्षण में पाया कि, पंचायत सचिव ठीक से आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं. इस वजह से यह कार्रवाई की गई." कलेक्टर ने बताया कि NHI के अधिकारियों को भी पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए गए हैं.