छतरपुर। जिले के नौगांव में एक बुजुर्ग दलित के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया है. नौगांव थाना क्षेत्र के सडेरी गांव में रहने वाले एक 70 वर्षीय गब्बू अहिरवार के साथ गांव में ही रहने वाले 7 लोगों ने जमकर मारपीट कर दी. मारपीट में गब्बू अहिरवार के 3 दांत, सीने की 7 पसलियों के अलावा दो जगह से हाथ और कई जगह से पैर की हड्डियां भी टूट गई ह. फिलहाल बुजुर्ग को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनका इलाज जारी है.
गब्बू अहिरवार ने बताया की 'वह गांव में अपने खेत पर काम कर रहा था. तभी गांव में ही रहने वाले 7 लोग डंडे, हॉकी एवं लोहे की छड़ लेकर आए. मेरे साथ मारपीट करने लगे. दबंगों ने मेरे मुंह में हॉकी मारी, जिससे मेरे दांत और जबड़ा टूट गया. शरीर में कई जगहों पर गंभीर चोटे हैं. हाथ और पैर की हड्डियां भी टूट गई है. आरोपी तब तक मारते रहे, जब तक मैं होश में रहा है. मेरी चिल्लाने की आवाज सुनकर मेरे परिवार के लोग आए और बाद में उन्होंने 100 डायल कर पुलिस को बुला लिया.'
गवाही देने पर की गई पिटाई
गब्बू के बेटे सहदेव ने बताया की उसके पिता का गांव में ही रहने वाली जामुनी देवी का विवाद गांव के ही रहने वाले कुछ लोगों के साथ हुआ था. जिसमें मेरे पिता (गब्बू अहिरवार) गवाही दी थी. आरोपी यह चाहते हैं की मेरे पिता वहां गवाही न दें, इसलिए उनके साथ मारपीट की गई. बेटे ने बताया कि पिता को इतनी बेरहमी से पीटा गया की उनके शरीर की कई हड्डियों के अलावा जबड़ा और दांत भी टूट गए हैं.
पुलिस ने मामूली धाराओं में किया प्रकरण दर्ज
परिजनों का आरोप है की घटना के बाद सहदेव अपने पिता गब्बू अहिरवार को थाना नौगांव ले गया, लेकिन पुलिस ने सामान्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया. अभी तक पुलिस ने न तो धाराएं बढ़ाई है और न ही बयान लिए हैं.
यहां पढ़ें... BSP नेता की हत्या से गुस्साई महिलाएं, हाथों में पत्थर लेकर पहुंची पुलिस स्टेशन छतरपुर में पीड़ित पिता की एसपी से गुहार, साहब बेटी की शादी में दी जाए सुरक्षा |
जांच के बाद बढ़ाई जाएंगी धाराएं
मामले में नौगांव पुलिस ने 7 लोगों पर धारा 323,452,294,506,34 एवं एससी एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है. वहीं मामले में एएसपी विक्रम सिंह का कहना है की 'जांच के बाद धाराएं बढ़ाई जाएगी और आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल गब्बू अहिरवार जिला अस्पताल में भर्ती है. जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें ग्वालियर के लिए रेफर कर दिया है, लेकिन आर्थिक संकट के चलते परिवार के लोग गब्बू को इलाज के लिए बाहर नहीं ले जा सके है.