छतरपुर: जिला हॉस्पिटल में कलेक्टर ने औचक निरीक्षण किया. अस्पताल का नजारा देखकर कलेक्टर भड़क गए और सिविल सर्जन सहित डॉक्टरों को फटकार लगा दी. इसके बाद उन्होंने चेम्बरों में देखा तो डॉक्टर नदारद मिले और मरीज वार्ड में परेशान घूम रहे थे. ये सब देख कलेक्टर ने 11 डॉक्टर के वेतन काटने के निर्देश दे डाले. वहीं जब कलेक्टर ऑपरेशन थियेटर पहुंचे तो AC खराब था. वहीं अपने बच्चे को खून के लिए एक महिला भटक रही थी, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था.
सिविल सर्जन को लगाई फटकार
छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल को लंबे समय जिला अस्पताल में हो रही अनियमितताओं की सूचाएं मिल रही थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को कलेक्टर साहब बिना सूचना दिए जिला अस्पताल पहुंच गए. यहां का नजारा देखकर कलेक्टर ने भड़क गए और सिविल सर्जन को जमकर फटकार लगाई. इसके बाद जब डॉक्टरों के चेम्बर में पहुंचे, तो डॉक्टर्स अपने चेम्बर में नहीं मिले और मरीज परेशान घूम रहे थे. वहीं छतरपुर SDM अखिल राठौर को दौरे की सूचना लगते ही, SDM भी हॉस्पिटल पहुंच गए.
ड्यूटी से नदारद मिले 11 डॉक्टर्स
औचक निरीक्षण पर पहुंचे कलेक्टर ने जिला अस्पताल के सभी वार्डों का निरीक्षण किया. इस दौरान उनको सभी वार्डों के बाहर गंदगी पड़ी मिली. जिस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए. इस दौरान ड्यूटी से नदारद मिले 11 डॉक्टरों की एक दिन की सैलरी काटने के आदेश दिए. इसके अलावा एनसीडी कक्ष के बाहर देखा, तो ड्यूटी रोस्टर भी नहीं चस्पा था और ओटी रूम का एसी भी खराब मिला. उन्होंने सिविल सर्जन को तत्काल सभी अनियमितताओं को सुधार करने के निर्देश दिए.
कलेक्टर श्री पार्थ जैसवाल ने जिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
— Collector Chhatarpur (@collchhatarpur) October 4, 2024
11 डॉक्टरों के अनुपस्थित मिलने पर एक दिवस का वेतन काटने के निर्देश
अस्वच्छता मिलने पर सिविल सर्जन को लगाई फटकार
ओटी के एसी तत्काल ठीक कराने के निर्देश@CMMadhyaPradesh@JansamparkMP@healthminmp#chhatarpur pic.twitter.com/C7m3BU3dl4
ड्यूटी के दौरान नदारद मिले ये डॉक्टर
डॉ. गीता चौरसिया, डॉ. धमनीया, डॉ. संजय मौर्य, डॉ. सुरभि खरे, डॉ. सुकृति जैन, डॉ. साजिद खान, डॉ. उमाशंकर पटेल, डॉ. अरुण दुबे, डॉ. आशीष शुक्ला, डॉ. लखन तिवारी, डॉ. किरण अग्रवाल सहित कुल 11 डॉक्टरों पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर ने 1 दिन का वेतन काटने निर्देश दिए.
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जल्द अस्पताल की व्यवस्था होगी दुरुस्त
निरीक्षण के दौरान पार्वती नाम की एक महिला अस्पताल में परेशान होते हुए नजर आई. बता दें कि महिला अपने बेटे को खून दिलवाले के लिए गुरुवार से भटक रही थी, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था. उसका बेटा खून की कमी के कारण चल व बोल नहीं पा रहा था. उसके पास पैसे भी नहीं थे, कि वह खरीद कर बेटे को खून चढ़वा दे. छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने बताया कि "निरीक्षण के दौरान 11 डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं मिले. जिनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए 1 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं. वहीं पूरे अस्पताल में सफाई भी पर्याप्त नहीं मिली. अस्पताल में फैली अनियमितताओं को तत्काल दुरुस्त कराने के निर्देश दिए."