छतरपुर: तिरुपति बालाजी के मंदिर में बांटे जाने वाले प्रसाद मामले में देश के जाने माने कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि धर्म भ्रष्ट करने वालों को करारा जवाब देने का समय आ गया है. जिन हिंदुओं ने तिरुपति बालाजी का प्रसाद लिया है वह 9 दिन का प्रायश्चित करें ताकि शुद्धिकरण की प्रक्रिया हो सके.
'एकजुट होकर मुंहतोड़ जवाब देना होगा'
कथा वाचक पं. धीरेन्द्र शास्त्री ने एक बार फिर सोते हुए सनातन प्रेमियों को जागने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि "यदि धर्म विरोधियों के खिलाफ आज आवाज नहीं उठाई गई तो आने वाले समय में आप सबके घरों में मछली का तेल परोसने से कोई नहीं रोक पाएगा. यदि इससे बचना है तो रील चलाने और वीडियो बनाने से बाहर आना पड़ेगा. जब हम घर से बाहर निकल कर सनातन धर्म के खिलाफ चलाए जा रहे षड्यंत्र और प्रपंच का डटकर मुकाबला नहीं करेंगे तब तक हम धर्म विरोधियों के षड्यंत्र का शिकार होते रहेंगे. आज देश धर्म विरोधियों और राष्ट्र विरोधी ताकतों से जूझ रहा है. हम सबको एकजुट होकर ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा."
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'शुद्धिकरण के लिए करें 9 दिन का प्रायश्चित'
कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ एक सुनियोजित षड्यंत्र चल रहा है. धर्म विरोधी ताकतें लोगों का धर्म भ्रष्ट करने में लगी हैं. ऐसी ताकतों को हम सब मिलकर कामयाब नहीं होने देंगे. हिंदुओं को अब एकजुट होकर जागना पड़ेगा. जिन लोगों ने तिरुपति का प्रसाद लिया है वह 9 दिनों तक प्रायश्चित करें तो बेहतर होगा ताकि उनका भाव पवित्र हो सके और शुद्धिकरण की प्रक्रिया पूरी हो सके.