खैरागढ़ छुईखदान गंडई: जिले में ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां लोन दिलाने के नाम पर पर भोले-भाले लोगों से ठगी की जा रही है.खैरागढ़ में ठगो और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से भोले भाले किसानों के साथ लाखो की ठगी का मामला सामने आया है. मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है.
जानिए पूरा मामला: ये पूरा मामला नवगठित जिला खैरागढ़ छुईखदान गंड़ई का है. जिले के मोहगांव थाना क्षेत्र में साल 2013 से लेकर 2019 तक कुल 13 बैंक केसीसी लोन में कुल 40 लाख रुपये से अधिक के फर्जीवाड़े की शिकायत पुलिस को मिली थी. शिकायत दर्ज होने के बाद से ही पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी. जिले में नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने भी पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम गठित की.
खैरागढ़ जिला पुलिस ने आज फर्जी केसीसी लोन मामले में बड़ा खुलासा किया. आरोपी किसानों को अपने झांसे में लेकर उनकी ऋण पुस्तिका और जमीन के कागजात लेकर फर्जी तरीके से बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से केसीसी लोन का आहरण करते थे. पूरे मामले में पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी की है. वही फरार दो आरोपियों की पतासाजी की जा रही है. साथ ने अन्य बैंकों से भी इस तरह के मामले से सम्बन्धित जानकारी खंगाली जा रही है. -त्रिलोक बंसल, एसपी, खैरागढ़ छुईखदान गंड़ई
आरोपी गिरफ्तार: मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ये गंडई एसबीआई बैंक में केसीसी लोन फर्जीवाड़े में लिप्त थे. मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड ललित शर्मा और उसके सहयोगी जीवन लाल गोंड को गिरफ्तार किया है. वहीं, मामले में अन्य आरोपी बैंक मैनेजर अरविंद देवांगन और प्यारे पोर्ते अब भी फरार है. इनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. इस पूरे मामले का खुलासा खैरागढ़ पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने प्रेसवार्ता कर किया. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.