गौरेला पेंड्रा मरवाही : मरवाही में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी की गई है. इस मामले में जब तक पीड़ित को पता चला कि उसके साथ धोखा हो रहा है तब तक उसे लाखों रुपए की चपत लग चुकी थी. ठगे जाने के बाद पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई.पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ 420 का मामला पंजीबद्ध किया है.
क्या है मामला ?: एमपी के राजनगर कोल माइंस क्षेत्र निवासी राकेश अग्रहरी की जमीन मरवाही में हैं.जिसकी बिक्री के संबंध में वो मरवाही आता जाता था.जहां उसकी पहचान विजय सिंह बघेल से हुई.विजय सिंह ने बताया कि उसका परिचित विजय साहू मंत्रालय में अधिकारी है.जो आसानी से राकेश की नौकरी शिक्षा विभाग में लगवा देगा.इसके लिए तीन लाख रुपए लगेंगे.
तीन किस्तों में लिए पैसे : विजय साहू से बात होने पर राकेश को बताया कि वो नौकरी लगवा देगा. 6 अगस्त 2019 राकेश ने विजय सिंह को लोहारी के पूर्व सरपंच रोहित परस्ते के सामने पैसे दिए. इसके बाद दूसरी किस्त 12.08.2019 को पीड़ित ने विजय साहू के नवा रायपुर सेक्टर 29 मकान क्रमांक M/189 में जाकर दी. इस दौरान राकेश के साथ विजय सिंह बघेल, रोहित परस्ते, कुलदीप केवट, पंकज सिंह भी थे. इस दौरान राकेश ने पैसे देने का वीडियो क्लिप भी बना लिया था. एक साल बीतने के बाद जब नौकरी की बात राकेश ने पूछी तो विजय ने कहा कि बाकी का पैसा देते ही नियुक्ति पत्र मिल जाएगा. इसके बाद 18.08.2020 को पीड़ित राकेश अपने दोस्त पंकज सिंह के साथ सिवनी गांव मरवाही पहुंचा.जहां उसने विजय साहू को 1 लाख रुपए दिया. पैसे लेने का बाद विजय साहू ने राकेश को मोबाइल में एक नियुक्ति पत्र दिखाया जिस पर अपर सचिव शिक्षा विभाग का सील लगा था.
नहीं लगी नौकरी : नौकरी का सपना देख रहे राकेश को उस वक्त झटका लगा जब पैसा देने के एक महीने बाद भी नौकरी नहीं लगी.विजय साहू ने राकेश को भरोसे में लेने के लिए 60 हजार का चेक दिया. इसके एक माह बाद फिर से विजय साहू ने रायपुर इन्द्रावती भवन में राकेश को बुलाया और कहा कि एक हफ्ते में काम हो जाएगा,लेकिन काम नहीं हुआ. जब राकेश को लगने लगा कि उसके साथ धोखा हो रहा है तो उसने अपने पैसों की मांग की.लेकिन विजय साहू पैसे देने में टाल मटोल करने लगा.आखिरकार राकेश ने धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस में दर्ज करवा दी.
''पीड़ित राकेश ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि नवा रायपुर राखी निवासी विजय साहू ने शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपए लिए हैं. जिस पर अपराध पंजीबद्ध करके जांच की जा रही है. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा.''- ओम चंदेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
इस केस में पुलिस ने पीड़ित को भरोसा दिलाया है कि वो जल्द से जल्द उसे न्याय दिलवाएगी.लेकिन कहीं ना कहीं इस मामले में पीड़ित की भी लापरवाही दिख रही है.जिसने सरकारी नौकरी पाने के लालच में ये भी ना सोचा कि वो धोखाधड़ी का शिकार हो सकता है.
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