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5 साल बाद भी नहीं बनी स्कूल बिल्डिंग, पुराना भवन भी पिछली बरसात में हुआ क्षतिग्रस्त, अब छात्रों के सिर पर नहीं है छत - Kullu School Building Problem

Chansari School Building not built after 5 years: हिमाचल प्रदेश में कुल्लू जिले का चंसारी स्कूल सरकार के विकास के दावों की पोल खोल रहा है. ये स्कूल भवन 5 साल बाद भी बनकर तैयार नहीं हुआ है. जबकि स्कूल का पुराना भवन पिछली बरसात में क्षतिग्रस्त हो गया है. जिससे छात्रों के लिए परेशानियां बढ़ गई हैं.

Chansari School Building not built after 5 years
5 साल बाद भी नहीं बना चंसारी स्कूल भवन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 8, 2024, 1:16 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में जहां सरकारें शिक्षा और विकास के बड़े-बड़े दावे करती हैं. वहीं, जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग नजर आती है. ऐसा ही एक मामला कुल्लू जिले की खराहल घाटी से सामने आया है. यहां 5 साल बाद भी एक स्कूल के भवन निर्माण का काम पूरा नहीं हुआ है. ये स्कूल राजकीय उच्च विद्यालय चंसारी का भवन है. जिसमें 3 पंचायतों के 110 बच्चे पढ़ते हैं और अब इन बच्चों की मुश्किलें बढ़ने वाली है.

निजी भवन में चल रही क्लासेज

दरअसल बीते साल आई आपदा में चंसारी स्कूल के पुराने भवन को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा था. जिसके बाद स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा निजी भवन में बच्चों को शिक्षा दी जा रही है, लेकिन अब निजी भवन के साथ किया गया कांट्रैक्ट भी खत्म हो गया है. ऐसे में अगर अब जल्द ही स्कूल का नया भवन बन कर तैयार नहीं हुआ तो छात्रों की क्लास के लिए कोई भवन नहीं है. जिससे छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा.

1. 18 करोड़ की लागत से तैयार होना है भवन

इस मुद्दे को लेकर चंसारी स्कूल प्रबंधन समिति और ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल में डीसी कुल्लू से भी मुलाकात कर अपनी मांगे उनके सामने रखी थीं. उन्होंने मांग की थी जल्द से जल्द स्कूल भवन का निर्माण करवाया जाए. एसएमसी के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने बताया, "इस भवन निर्माण का टेंडर 1 करोड़ 18 लाख में हुआ है, लेकिन अभी तक इसका निर्माण काम पूरा नहीं हो पाया है. इससे पहले निजी भवन में भी कक्षाएं चलाई गई, मगर अब निजी भवन के साथ भी स्कूल प्रबंधन समिति का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है. अगर इस अब भी शिक्षा विभाग ने जल्द इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं की तो आने वाले दिनों में छात्रों की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा."

2019 से चल रहा स्कूल भवन निर्माण का काम

एसएमसी के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने बताया कि बीते साल आपदा में स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त हुआ था और नए भवन का कार्यकाल 2019 से चल रहा है, लेकिन वो अब तक पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में अब छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों की परेशानी भी बढ़ गई है कि वो आखिर किस तरह से अपने बच्चों को शिक्षा दे पाएंगे.

वहीं, बंदल पंचायत के प्रधान गोपाल ठाकुर ने बताया, "पिछले एक साल से शिक्षा विभाग और सरकार के नुमाइंदे स्कूल की हालत देखने तक नहीं आए. इससे अभिभावकों में काफी रोष है. इससे पहले भी कई बार अभिभावकों ने प्रशासन और शिक्षा विभाग के ध्यान में समस्या को लाया था, लेकिन उनकी बात पर कोई गौर नहीं की गई. अब जिला प्रशासन से भी मांग की गई है कि जल्द से जल्द स्कूल भवन बनाया जाए, ताकि छात्रों को कोई समस्या न हो."

ये भी पढ़ें: तबाही के 1 महीने बाद भी हालात बदतर, पीने को नहीं मिल रहा साफ पानी, ग्रामीणों ने दी चक्का जाम करने की चेतावनी

ये भी पढ़ें: हिमाचल का एक ऐसा जिला जहां अपराध ना के बराबर, बीते दो सालों में दर्ज नहीं हुआ रेप का मामला; सैलानियों की ड्रीम डेस्टिनेशन

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में जहां सरकारें शिक्षा और विकास के बड़े-बड़े दावे करती हैं. वहीं, जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग नजर आती है. ऐसा ही एक मामला कुल्लू जिले की खराहल घाटी से सामने आया है. यहां 5 साल बाद भी एक स्कूल के भवन निर्माण का काम पूरा नहीं हुआ है. ये स्कूल राजकीय उच्च विद्यालय चंसारी का भवन है. जिसमें 3 पंचायतों के 110 बच्चे पढ़ते हैं और अब इन बच्चों की मुश्किलें बढ़ने वाली है.

निजी भवन में चल रही क्लासेज

दरअसल बीते साल आई आपदा में चंसारी स्कूल के पुराने भवन को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा था. जिसके बाद स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा निजी भवन में बच्चों को शिक्षा दी जा रही है, लेकिन अब निजी भवन के साथ किया गया कांट्रैक्ट भी खत्म हो गया है. ऐसे में अगर अब जल्द ही स्कूल का नया भवन बन कर तैयार नहीं हुआ तो छात्रों की क्लास के लिए कोई भवन नहीं है. जिससे छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा.

1. 18 करोड़ की लागत से तैयार होना है भवन

इस मुद्दे को लेकर चंसारी स्कूल प्रबंधन समिति और ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल में डीसी कुल्लू से भी मुलाकात कर अपनी मांगे उनके सामने रखी थीं. उन्होंने मांग की थी जल्द से जल्द स्कूल भवन का निर्माण करवाया जाए. एसएमसी के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने बताया, "इस भवन निर्माण का टेंडर 1 करोड़ 18 लाख में हुआ है, लेकिन अभी तक इसका निर्माण काम पूरा नहीं हो पाया है. इससे पहले निजी भवन में भी कक्षाएं चलाई गई, मगर अब निजी भवन के साथ भी स्कूल प्रबंधन समिति का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है. अगर इस अब भी शिक्षा विभाग ने जल्द इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं की तो आने वाले दिनों में छात्रों की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा."

2019 से चल रहा स्कूल भवन निर्माण का काम

एसएमसी के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने बताया कि बीते साल आपदा में स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त हुआ था और नए भवन का कार्यकाल 2019 से चल रहा है, लेकिन वो अब तक पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में अब छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों की परेशानी भी बढ़ गई है कि वो आखिर किस तरह से अपने बच्चों को शिक्षा दे पाएंगे.

वहीं, बंदल पंचायत के प्रधान गोपाल ठाकुर ने बताया, "पिछले एक साल से शिक्षा विभाग और सरकार के नुमाइंदे स्कूल की हालत देखने तक नहीं आए. इससे अभिभावकों में काफी रोष है. इससे पहले भी कई बार अभिभावकों ने प्रशासन और शिक्षा विभाग के ध्यान में समस्या को लाया था, लेकिन उनकी बात पर कोई गौर नहीं की गई. अब जिला प्रशासन से भी मांग की गई है कि जल्द से जल्द स्कूल भवन बनाया जाए, ताकि छात्रों को कोई समस्या न हो."

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