चमोली: रक्षाबंधन के त्योहार पर एक बहन अपनी भाई का इंतजार कर रही है. उसका भाई 31 जुलाई को केदारघाटी में आई आपदा के बाद लापता है. जबकि भाई ने 1 अगस्त को घर आने की बात कही थी. जिसके बाद परिजनों ने सोनप्रयाग में पुलिस थाने में युवक के तलाश के लिए गुहार लगाई, लेकिन आज तक उसका सुराग नहीं चल पाया है. लेकिन एक बहन रक्षाबंधन पर अपने भाई के आने का इंतजार कर रही है.
31 जुलाई के लापता चल रहा हिमांशु नेगी: गैरसैंण विधानसभा परिसर से सटे परवाड़ी के रहने वाले हिमांशु नेगी का 31 जुलाई को केदारघाटी में आई आपदा के बाद से कोई पता नहीं चल पा रहा है. परिजनों ने क्षेत्रीय विधायक सहित मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर हिमांशु को खोजने की गुहार लगाई है. बता दें कि परवाडी गांव के 22 वर्षीय हिमांशु इंटरमीडिएट परीक्षा पास करने के बाद केदारनाथ में नौकरी कर अपने परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी उठा रहा था.
1 अगस्त को घर आने की कही थी बात: बीती 30 जुलाई को हिमांशु ने अपने दोस्त के फोन से घर पर मैसेज भेज कर 1 अगस्त को घर आने की जानकारी दी थी, लेकिन अगले ही दिन 31 जुलाई को आयी आपदा के बाद से परिजनों का उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया है. जिसके बाद घर वालों ने इसकी सूचना 3 अगस्त को सोनप्रयाग थाने में दर्ज कराई. साथ ही 12 अगस्त को थाना गैरसैंण सहित विधायक कर्णप्रयाग और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बेटे हिमांशु को खोजने की गुहार लगाई.
हिमांशु के कंधों पर परिवार को पालने की जिम्मेदारी, बहन बोलीं- किसे बांधेगी राखी? परिवार में पिता नरेंद्र सिंह नेगी का स्वास्थ्य खराब रहता है. वहीं, 90 वर्षीय दादा जमन सिंह, 88 वर्षीय दादी अषाड़ी देवी समेत मां गणेशी देवी, छोटी बहन हिमानी और राहुल की जिम्मेदारी भी हिमांशु के कंधों पर ही है. हिमांशु के लापता होने से परिवार सदमे में है. बहन हिमानी रुंधे गले से भाई को खोजने की गुहार लगाई है. हिमानी कहती हैं कि एक दिन बाद राखी का त्यौहार है और मेरा भाई लापता है, वो कैसे भाई को राखी बांधेगी?
किसी अनहोनी की आशंका से घबराई बहन: किसी अनहोनी की आशंका से घबराई बहन खुद को संभालते हुए परिवारजनों को ढांढस बंधा रही है. हिमांशु के चचेरे भाई चंद्रमोहन ने बताया कि परिजन अपने स्तर से भी केदारनाथ क्षेत्र में हिमांशु को ढूंढने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन कहीं कोई पता नहीं लगा. अब उन्हें प्रशासन पर ही भरोसा है. परिजनों से मिलने पहुंचे विधायक कर्णप्रयाग अनिल नौटियाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन को घटना की पूरी जानकारी दी गयी है. जिसको लेकर हर संभव प्रयास जारी हैं.
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