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9 अप्रैल से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि, अष्टमी पर बन रहा विशेष संयोग, जरूर करें ये काम - chaitra navratri puja vidhi - CHAITRA NAVRATRI PUJA VIDHI

अप्रैल महीने में चैत्र नवरात्रि शुरू होने जा रहे हैं. इस बार अष्टमी पर विशेष संयोग भी बन रहा है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानिए चैत्र नवरात्रि कब से शुरू हो रहे और इन 9 दिनों में क्या करना चाहिए...

CHAITRA NAVRATRI PUJA VIDHI
9 अप्रैल से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि, अष्टमी पर बन रहा विशेष संयोग, जरूर करें ये काम
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 3, 2024, 7:20 PM IST

Updated : Apr 3, 2024, 11:00 PM IST

9 अप्रैल से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि

Chaitra Navratri 2024। अप्रैल का महीना चल रहा है और इसी महीने में चैत्र नवरात्रि भी आ रही है. ऐसे में आखिर चैत्र नवरात्रि की शुरुआत कब से हो रही है. अष्टमी और रामनवमी कब है. इसके डेट को लेकर लोगों में कंफ्यूजन है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानते हैं, कि आखिर चैत्र नवरात्रि अप्रैल के किस दिन से शुरू हो रही है. अष्टमी रामनवमी कब-कब है और कौन से विशेष योग बन रहे हैं.

चैत्र नवरात्रि कब ?

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवरात्रि प्रारंभ होती है. प्रतिपदा के दिन जो पहला दिन पड़ता है. जैसे इस बार मंगलवार है. मंगलवार पड़ने से इस बार इस संवत्सर का राजा मंगल होगा. नवरात्रि की शुरुआत प्रतिपदा से हो रही है. चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन मंगलवार है. 9 अप्रैल से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. जो भी व्यक्ति नवरात्रि में नौ दिन का व्रत शुरू करना चाह रहे हैं या नवरात्रि के पहले दिन व्रत करना चाह रहे हैं, तो 9 अप्रैल को कर सकते हैं.

अष्टमी में बन रहा विशेष योग

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि चैत्र नवरात्रि की शुरुआत तो 9 अप्रैल से हो रही है. इसके बाद 16 अप्रैल को अष्टमी है. उस दिन महाअष्टमी की पूजन की जाएगी. फिर 17 अप्रैल 2024 को नवमी तिथि है, उस दिन रामनवमी भी है. उस दिन विशेष रूप से जवारा का विसर्जन किया जाएगा. जो लोग नवरात्रि पूजन करते हैं, उनका हवन पूजन होगा. जो कन्या भोज कराते हैं, कन्या भोज के लिए शुभ दिन है. विशेषकर अष्टमी और नवमी के दिन विशेष योग बन रहा है. पुनर्वस नक्षत्र और पुख नक्षत्र का योग मिलने के कारण इस बार की अष्टमी महत्वपूर्ण हो गई है. अष्टमी के दिन बिना पंचांग देखे ही कई निर्माण कार्य जैसे दुकान का उद्घाटन, घर का निर्माण या मुंडन संस्कार है जो भी शुभ कार्य हैं, वो अष्टमी के दिन करने का विधान है.

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नवरात्रि में जरूर करें ये काम

ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि नवरात्रि का व्रत जरूर करना चाहिए. देवी मां की विधि विधान से पूजा करें. नवरात्रि के नौ दिन नौ देवियों की पूजा करें, कन्या भोज कराएं, दान दक्षिणा कराएं, तो बहुत ही शुभ माना जाता है.

9 अप्रैल से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि

Chaitra Navratri 2024। अप्रैल का महीना चल रहा है और इसी महीने में चैत्र नवरात्रि भी आ रही है. ऐसे में आखिर चैत्र नवरात्रि की शुरुआत कब से हो रही है. अष्टमी और रामनवमी कब है. इसके डेट को लेकर लोगों में कंफ्यूजन है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानते हैं, कि आखिर चैत्र नवरात्रि अप्रैल के किस दिन से शुरू हो रही है. अष्टमी रामनवमी कब-कब है और कौन से विशेष योग बन रहे हैं.

चैत्र नवरात्रि कब ?

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवरात्रि प्रारंभ होती है. प्रतिपदा के दिन जो पहला दिन पड़ता है. जैसे इस बार मंगलवार है. मंगलवार पड़ने से इस बार इस संवत्सर का राजा मंगल होगा. नवरात्रि की शुरुआत प्रतिपदा से हो रही है. चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन मंगलवार है. 9 अप्रैल से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. जो भी व्यक्ति नवरात्रि में नौ दिन का व्रत शुरू करना चाह रहे हैं या नवरात्रि के पहले दिन व्रत करना चाह रहे हैं, तो 9 अप्रैल को कर सकते हैं.

अष्टमी में बन रहा विशेष योग

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि चैत्र नवरात्रि की शुरुआत तो 9 अप्रैल से हो रही है. इसके बाद 16 अप्रैल को अष्टमी है. उस दिन महाअष्टमी की पूजन की जाएगी. फिर 17 अप्रैल 2024 को नवमी तिथि है, उस दिन रामनवमी भी है. उस दिन विशेष रूप से जवारा का विसर्जन किया जाएगा. जो लोग नवरात्रि पूजन करते हैं, उनका हवन पूजन होगा. जो कन्या भोज कराते हैं, कन्या भोज के लिए शुभ दिन है. विशेषकर अष्टमी और नवमी के दिन विशेष योग बन रहा है. पुनर्वस नक्षत्र और पुख नक्षत्र का योग मिलने के कारण इस बार की अष्टमी महत्वपूर्ण हो गई है. अष्टमी के दिन बिना पंचांग देखे ही कई निर्माण कार्य जैसे दुकान का उद्घाटन, घर का निर्माण या मुंडन संस्कार है जो भी शुभ कार्य हैं, वो अष्टमी के दिन करने का विधान है.

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नवरात्रि में जरूर करें ये काम

ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि नवरात्रि का व्रत जरूर करना चाहिए. देवी मां की विधि विधान से पूजा करें. नवरात्रि के नौ दिन नौ देवियों की पूजा करें, कन्या भोज कराएं, दान दक्षिणा कराएं, तो बहुत ही शुभ माना जाता है.

Last Updated : Apr 3, 2024, 11:00 PM IST
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