सहारनपुर: सिद्धपीठ मां शाकंभरी देवी मंदिर में नवरात्र के पहले दिन से ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शन-पूजन को उमड़ रही है. भोर से ही दर्शन और पूजन जारी है. मातारानी के जयकारों के साथ लंबी लाइन लगी है. वहीं, मंदिर परिक्षेत्र में मेला भी शुरू हो गया है. भक्तों की सुरक्षा के लिए यहां पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मंगलवार को एसपी देहात ने मेले का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था.
दरअसल, तहसील बेहट इलाके की शिवालिक पहाड़ियों के बीच स्थित 51 सिद्धपीठ में से एक सिद्धपीठ मां शाकुम्भरी देवी मंदिर करोड़ो श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. वैसे तो यहां रोज ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु मां शेरावाली के दर्शनों को पहुंचते है. लेकिन, यहां वर्ष में तीन बड़े मेलों का आयोजन किया जाता है. शारदीय नवरात्र, चैत्र नवरात्र तथा होली के अवसर पर बड़े मेलो का आयोजन होता है. विश्व विख्यात सिद्धपीठ मां शाकुम्भरी देवी मंदिर परिसर में चैत्र नवरात्र मेले का शुभारंभ मंगलवार से हो रहा है.
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मंदिर में सोमवार को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. शेरोवाली के जयकारों के साथ भक्तों ने घंटो लाइनों में लगकर मां शाकंभरी देवी के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाया और मन्नते मांगी. मंदिर व्यवस्थापक आतुल्य प्रताप राणा ने बताया, कि मेला 9 अप्रैल से शुरू हो गया है, जो 23 अप्रैल तक चलेगा. मेले के दौरान मां भवानी के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी. श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ओवरहेड ब्रिज, पीने के पानी के लिए वाटर टैंकर, शौचालय, बेरिकेटिंग, पथ प्रकाश की व्यवस्था की गई है. इसके लिए निशुल्क औषधि केंद्र लगाया गया है. साथ ही रात में जेनरेटर की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद नजर आया.
एसपी देहात सागर जैन शाकंभरी देवी पहुंचे और मंदिर व्यवस्थापक आतुल्य प्रताप राणा से मिलकर मंदिर की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली. इसके बाद, उन्होंने मेला परिसर का निरीक्षण किया. एसपी देहात सागर जैन ने मां भवानी मंदिर के गेट, बाबा भुरादेव मंदिर, मेला कोतवाली परिसर, खोया पाया केंद्र, बेरिकेडिंग तथा सीसीटीवी कंट्रोल रूम आदि का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को सुरक्षा चाक चौबंद रखने के निर्देश भी दिए. मंदिर व्यवस्थापक आतुल्य प्रताप ने बताया, कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा. मां के भक्तों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी. इस दौरान सीओ बेहट शशि प्रकाश शर्मा, इंस्पेक्टर मिर्जापुर प्रवेश सिंह आदि मौजूद रहे.
मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी के दरबार में गूंजी जयकार: विंध्याचल धाम स्थित मां विंध्यवासिनी के दरबार में नवरात्रि के पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन कर रहे हैं. मां विंध्यवासिनी का दर्शन पाने के लिए आधी रात से ही श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे. मंगला आरती के बाद से श्रद्धालु दर्शन पूजन लंबी लंबी लाइनों में लगकर कर रहे हैं. नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालु शैलपुत्री स्वरूप का एक झलक पाकर निहाल हो रहे हैं. कहां जाता है सच्चे दिल से जो भी मां के दरबार में आता है, खाली हाथ नहीं जाता है. मां उनकी मनोकामना पूरी करती है. विंध्याचल धाम में नवरात्रि मेला में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 03 सुपर जोन, 10 जोन और 21 सेक्टर जोन में विभाजित किया गया है. इसमें चार अपर पुलिस अधीक्षक 17 सीओ,50 इंस्पेक्टर और 1300 से ज्यादा पुलिस बल लगाई गई है. इसके साथ ही मेला में एटीएस कमांडो निगरानी कर रही हैं. साथ ही जल पुलिस भी मौजूद हैं.
लखनऊ के काली मंदिर में कीर्तन भजन: चैत्र नवरात्र की शुरुआत मंगलवार से शुरू हो गई है. नवरात्रि के आरंभ में प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा उपासना की जाती है. प्रथम दिन कलश या घट की स्थापना होती है. मां शैलपुत्री की शक्तियां अनन्त हैं. इस दिन उपासना में योगी अपने मन को मूलाधार चक्र में स्थित करते हैं. लखनऊ पुराने चौक में स्थित बड़ी काली माता की मंदिर में काफी भीड़ रही. सुबह चार बजे से लोगों ने मंदिर में आना शुरू कर दिया है. मंदिर के महंत ने बताया, कि हिंदू धर्म के अनुसार आज से नव वर्ष की शुरुआत हो चुकी है. मंदिर में इस समय जनकल्याण के लिए महापूजा हो रही है. ऐसा माना जाता है, कि बड़ी काली मां के मंदिर में जो रोजाना आकर पूजा पाठ करता है, उसकी सारी मनोकामना पूरी हो जाती है. नवरात्र के पहले दिन मंदिर में काफी भीड़ रही. भक्तों ने पूजापाठ के साथ भजन कीर्तन भी किया.
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