नई दिल्ली: देशभर में चैत्र नवरात्रि की धूम देखी जा रही है देश भर के मंदिरों में भक्त माता के स्वरूप के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. नवरात्रि का आज पांचवा दिन है और पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है. स्कंदमाता को बुद्धि, विवेक प्रदान करने वाली देवी माना जाता है. स्कंद का अर्थ है कार्तिकेय यानी भगवान कार्तिकेय की माता. भगवान कार्तिकेय बाल रूप में स्कंदमाता की गोद में विराजते हैं. नवरात्रि में स्कंदमाता की पूजा करने से व्यक्ति अपने जीवन के फैसले बिना किसी भय के सही दिशा में लेता है. इससे उन्नति का मार्ग खुलता है.
इसी बीच देश की राजधानी दिल्ली के भी प्रमुख मंदिरों के अलावा सभी छोटे-बड़े मंदिरों में भक्तों की भीड़ नजर आ रही है और सुबह से ही नवदुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. आपको बता दें कि मां स्कंदमाता ये माता चार भुजाधारी, कमल के पुष्प पर बैठती हैं, इनको पद्मासना देवी भी कहा जाता है. इनकी गोद में कार्तिकेय भी बैठे हुए हैं, इनकी पूजा से कार्तिकेय की पूजा स्वयं हो जाती है.
दिल्ली के दो प्रसिद्ध मंदिर छतरपुर का शक्तिपीठ माता अध्या कात्यानी देवी और झंडेवालन देवी मंदिर में सुबह ही आरती में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक छतरपुर के शक्तिपीठ माता कात्यानी देवी मंदिर है यहां पर भी सुबह की आरती में भक्त काफी संख्या में शामिल हुए हैं. मंदिर में माता के विशेष शृंगार के साथ उनकी आरती पूजा की जा रही है. मंदिर प्रांगण जय माता दी के जयकारों से गूंजयमान है.
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दिल्ली में चैत्र नवरात्र के पांचवे दिन देवी मंदिराें में स्कंद माता के जयकारे की गूंज सुबह से सुनाई पड़ी. देवी भक्तों ने मां को मनाने के लिए नारियल, चुनरी और घंटा चढ़ाकर मैय्या से मन्नतें मांगी. माता के मंदिरों में पूजा-अर्चना जारी है. मंदिर में श्रद्धालुओं की सुबह से ही काफी भीड़ नजर आ रही है.
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