मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : भरतपुर विकासखंड के जनकपुर ग्राम पंचायत के नगर पंचायत में बदलने के बाद यहां सरपंच को भी बदल दिया गया.यहां पर आदिवासी महिला सरपंच को हटाकर सामान्य वर्ग के अशोक सिंह को अध्यक्ष बनाया गया है. जिसे लेकिन अब विवाद शुरु हो गया है एमसीबी जिले में बीजेपी उपाध्यक्ष और भरतपुर जनपद उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्रा ने इस हरकर पर आपत्ति जताई है. उपाध्यक्ष ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को पत्र लिखकर आदिवासी महिला को अध्यक्ष बनाने की मांग की है.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष को लिखा खत : बीजेपी जिला उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्रा ने पत्र के जरिए कहा कि नगर पंचायत जनकपुर, जनपद पंचायत भरतपुर, जिला एमसीबी में नगर पंचायत की घोषणा के आधार पर ग्राम पंचायत को भंग करते हुए जनकपुर नगर पंचायत की समिति का गठन किया गया. जिसमें अशोक सिंह को अध्यक्ष बनाया गया है.जो कि सामान्य वर्ग से आते हैं. जबकि ग्राम पंचायत जनकपुर आदिवासी महिला पद के लिए आरक्षित है.उसमें आदिवासी महिला को ही अध्यक्ष पद दिया जाना चाहिए. क्योंकि नगर पंचायत जनकपुर के अध्यक्ष पद का आरक्षण नहीं हुआ है.इस आधार पर सामान्य वर्ग का अध्यक्ष बना दिया गया है. जिसमें नियम का उल्लघंन हुआ है.
दुर्गाशंकर मिश्रा के मुताबिक जिलाध्यक्ष बीजेपी अनिल केशरवानी ने मनमाने ढंग से अध्यक्ष और सदस्यों को नगरीय प्रशासन और विकास विभाग के यहां जो सूची भेजी थी, वो गलत है. जिला अध्यक्ष एमसीबी और जिला संगठन के पदाधिकारियों के अलावा मण्डल जनकपुर के पदाधिकारियों की परमिशन नहीं ली गई है . बिना किसी परमिशन के ही महिला आदिवासी आरक्षित सीट पर सामान्य वर्ग के पुरूष को अध्यक्ष बना दिया गया है. जबकि छत्तीसगढ़ शासन आदिवासियों पर विशेष सहानुभूति रखती है. बीजेपी जिला उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्रा ने पत्र में निवेदन किया है कि समिति का अध्यक्ष पद किसी महिला आदिवासी को दिया जाना चाहिए जिससे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के आदिवासियों को न्याय मिल सकें.
'' सरपंच का कहना है हम लोग के साथ कूटनीति के तरीके से राजनीति की गई है. जो कभी निर्वाचित नहीं हुआ है उसको नगर पंचायत अध्यक्ष बनाया गया है. हमारे आदिवासी लोगों के साथ शोषण किया गया है.अनिल केशरवानी जिलाध्यक्ष हैं उनको सभी लोगों के सामने बात को रखकर सहमति बनानी चाहिए. मैं सामान्य अध्यक्ष बनने से दुखी नहीं हूं.लेकिन आदिवासियों के साथ धोखा नहीं होने दूंगा.'' दुर्गाशंकर मिश्रा, बीजेपी जिला उपाध्यक्ष
वहीं नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक सिहं ने कहा कि जो दायित्व उन्हें दिया गया है वो उसे बखूबी निभाएंगे.
''हमारी वर्तमान विधायक रेणुका दीदी से दायित्व मुझे मिला हुआ है कि जनकपुर को अच्छे ढंग से सजाया जाए. यहां के लोगों की जो समस्या है उसका निराकरण किया जाए. उस दिशा में हम सब को मिलकर जनकपुर के नगरवासियों के सभी के सहयोग से अच्छा से अच्छा काम करना है.'' अशोक सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष
वहीं जनकपुर ग्राम पंचायत की सरपंच ने इस बारे में आपत्ति जताई है.
''सब पंच सरपंच लोग को निकाल कर बाहर कर दिए हैं. दूसरे लोग अध्यक्ष सचिव बन गए हैं. हम लोग के साथ अन्याय किए हैं. हम लोग का चार माह का कार्यकाल बचा है. चार महीने हम लोग को नगर पंचायत में रहने देते. आगे जो होता तो होता शासन प्रशासन हम लोग के साथ अन्याय किए हैं.''- जमुनिया बाई, जनकपुर ग्राम पंचायत
आदिवासी महिला सरपंच की माने तो उनके साथ धोखा किया गया है. अब महिला सरपंच और पंच न्याय की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ पार्टी के अंदर ही अब नए नगर पंचायत अध्यक्ष को लेकर असंतोष की भावना बढ़ती दिख रही है.